मुड़वारा विधानसभा से दो बार के विधायक संदीप जायसवाल पर एंटी इन्कम्बेंसी की आशंकाओं के बीच भाजपा ने भरोसा जताया। भाजपा के बगावती नेताओं और कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी को हराकर संदीप ने जीत की हैट्रिक लगाई।
कितने वोटर
2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो मुडवारा सीट पर तब 15 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही था। बीजेपी के संदीप श्रीप्रसाद जायसवाल को 79,553 वोट मिले तो कांग्रेस के मिथिलेश जैन को 63,473 वोट मिले। बीजेपी के संदीप ने यह मुकाबला 16,080 मतों के अंतर जीता था।
राजनीतिक इतिहास
मुडवारा विधानसभा सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो इस सीट पर बीजेपी का पिछले 20 साल से कब्जा है। 1990 से लेकर अब तक के 7 चुनावों में तब कांग्रेस को जीत मिली थी। लेकिन 1993 में बीजेपी ने इस सीट से जीत का खाता खोला। लेकिन 1998 में कांग्रेस ने फिर इस सीट पर काबिज हुई। 5 साल बाद हुए 2003 के चुनाव में बीजेपी ने फिर से कांग्रेस से सीट झटक ली। तब से यह सीट बीजेपी के पास ही है। 2008 में बीजेपी के टिकट पर गिरिराज किशोर विधायक बने। तो 2003 में संदीप जायसवाल यहां से पहली बार चुनाव जीते। वह 2018 में चुनाव जीतने में कामयाब रहे।