ओपीडी व वार्ड में अंधेरा
बिजली बंद होने की वजह से अस्पताल में अंधरो भी छाया रहा। ओपीडी परिसर से लेकर आकस्मिक चिकित्सा कक्ष, इंजेक्शन कक्ष, सोनोग्रॉफी, पट्टी बंधन कक्ष, एक्स-रे सहित अन्य चिकित्सकों की आपीडी में अंधेरे जैसे हालात रहे। वार्डों में भी तीन घंटे तक अंधरे की स्थिति रही। कुछ स्थानों पर बल्व लिपलिपाते नजर आए। लाइट बंद होने के कारण ब्लड बैंक द्वारा जरूरतमंद मरीजों के परिजनों को ब्लड भी प्रदान नहीं किया जा रहा था। ब्लड बैंक के बाहर घंटे तक इंतजार में बैठे मरीज के परिजन लाइट आने की राह देखते रहे।
जनरेटर बंद, सौर ऊर्जा सिस्टम में नहीं दम
अस्पताल में भर्ती मरीज व उसके परिजनों ने बताया कि अस्पताल में जनरेटर की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन बिजली बंद होने के दौरान जनरेटर चलाया ही नहीं गया। जनरेटर काम करने के लायक है भी या नहीं इस बात की भी किसी कर्मचारी को जानकारी नहीं होती। एक जनरेटर चालू किया गया लेकिन उसे इमरजेंसी सेवाओं में ही लगाया गया। अस्पाल में लाखों रुपए की लागत से सौर ऊर्जा सिस्टम भी लगाया गया है, इसके बाद भी पर्याप्त सुविधा नहीं मिल रही है।
वर्जन
जिला अस्पताल के सब स्टेशन में खराबी के चलते दोपहर एक बजे से 4 बजे तक बिजली बंद थी। इमरजेंसी सेवाएं चालू थीं। ऑपरेशन थियेटर में आवश्यकता पडऩे पर जनरेटर चालू हो गई थी। सुधार के बाद बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल है।
डॉ. मनीष मिश्रा, आरएमओ।