दावाः तीन डोला निकालने की मौखिक अनुमति आयोजकों का दावा है कि शोभायात्रा में तीन डोला निकालने के जिलाधिकारी आरपी सिंह ने मौखिक रूप से सहमति दी है। सत्तार बैंड वाली गली स्थित बांके बिहारी मंदिर से मोहल्ला जयजयराम होती हुई सोरों गेट शीतला मंदिर पर समाप्त करने पर सहमति हुई है। इसके विपरीत पुलिस का कहना है कि शोभाय़ात्रा निकलने की अनुमति नहीं दी गई है।
15 अगस्त को नहीं निकलने दी थी तिरंगा यात्रा आपको बता दें कि 26 जनवरी, 2018 को कासगंज में तिरंगा यात्रा के बाद बवाल हो गया था। इस कारण जिला प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई लापरवाही और चूक करना नहीं चाहता। इसी को लेकर जिला प्रशासन ने 15 अगस्त, 2018 को पर तिरंगा रैली निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद सोमवार को भगवान योगीराज श्रीकृष्ण की शोभायात्रा पर भी रोक लगा दी। श्रीकृष्ण के भक्त मनमुताबिक शोभायात्रा नहीं निकाल पा रहे हैं।
नाक का सवाल बनाया यादव समाज द्वारा निकाली जाने वाली श्रीकृष्ण जन्मोत्सव शोभायात्रा की अभी तक कोई लिखित अनुमति नहीं मिली है। आयोजकों ने पुलिस से कहा है कि जिलाधिकारी ने मौखिक अनुमति दे दी है। पुलिस की नजर में मौखिक अनुमति का कोई मतलब नहीं है। इसके चलते पुलिस के सामने भी असमंजस की स्थिति है। फिलहाल पुलिस ने शोत्रायात्रा रोकने के लिए शहर में बड़ी संख्या में पुलिस वाले तैनात कर दिए हैं। पुलिस ने आयोजकों में से 11 लोगों को पाबंद कर दिया है। अगर कोई गड़बड़ी हुई तो उन्हें पांच-पांच लाख रुपये की जमानत देनी होगी। उधर, आयोजक शोभायात्रा की जोरदार तैयारी कर रहे हैं। सबकी नजर लगी हुई है कि शोत्रायात्रा निकाली जाएगा या नहीं। यादव समाज ने इसे नाक का सवाल बना लिया है।