इन शर्तों पर जारी हुई थी स्वीकृति
जिला प्रशासन ने पर्यावरण के मद्देनजर इको फ्रेंडली वोटिंग ही तालाब में करने पर स्वीकृति दी थी। शर्तों के अनुसार रणगवां तालाब में पर्यटन के लिए केवल सोलर, बैटरी एवं पैडल नाव ही चलाई जा सकेंगी। इसके अलावा अन्य किसी प्रकार की नाव का संचालन नहीं होगा। वहीं तालाब के घाट पर दुकान, कैंटीन एवं अन्य किसी प्रकार का वाणिज्यिक निर्माण नहीं किया जाएगा। तालाब परिषद क्षेत्र में प्रवेश के दौरान किसी भी प्रकार का ठोस-तरल कचरा लेकर जाना प्रतिबंधित होगा।
तालाब पर डेढ़ करोड़ रुपए हुए थे खर्च
करौली के समीप नगरपरिषद क्षेत्र में स्थित रणगमा तालाब मण्डरायल मार्ग पर स्थित है, जो प्राचीन समय से ही रमणीक स्थल है। यहां पर अनेक लोग पहुंचते हैं। इसके समीप ही सिविल लाइन्स भी है। गत वर्षों में ही तालाब पर पर्यटन व विकास कार्यों पर डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की गई थी। घाटों का निर्माण कराने के साथ गुर्ज आदि का भी जीर्णोद्धार कराया गया था।
इनका कहना है.
रणगमा तालाब में नौकायन के लिए टेण्डर आमंत्रित किए गए थे, लेकिन किसी भी ठेकेदार फर्म ने टेण्डर नहीं डाले, जिससे यह प्रक्रिया अटकी हुई है। यदि कोई संस्था, ठेकेदार फर्म नौकायन के लिए तैयार होती है और शर्तों में कहीं कोई बात हो तो जिला कलक्टर से मार्गदर्शन लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नरसीलाल मीना, आयुक्त, नगरपरिषद , करौली