स्थिति यह है कि शहर में अनेकों स्थानों पर ट्रांसफॉर्मरों के फ्यूज वायर बिना बॉक्स के खुले पडे हैं। आम रास्तों व चौराहों पर जमीन से महज 3-4 फीट ऊंचाई पर खुले फ्यूज वायरों से राहगीर व पशुओं के छूजाने की आशंका रहती है। शहर में पुरानी आबादी क्षेत्र में चूडिया दरवाजे के पास व दुब्बे पाड़ा में खारी नाले की पुलिया के पास रखे विद्युत ट्रांसफार्मरों पर फ्यू बॉक्स नहीं हैं। वहीं बयाना मोड़ पर कृष्णा कॉलोनी में फ्यूज वायर खुले छोड़े हुए है। गत दिनों राष्ट्रीय पार्क के पास विद्युत पोल के सपोर्टिंग वायर के छूने से एक भैंस की मौत हो गई।
जलभराव के बीच ट्रांसफार्मर-
बाजना रोड पर जल भराव के बीच लगा विद्युत ट्रांसफार्मर भी हादसे का न्योता दे रहा है। अनदेखी का आलम यह है कि फ्यूज बॉक्स पानी के डूबने के बाद तारों को पोल पर ऊंचा कर दिया है। कॉलोनी लोगों ने बताया कि खाली भूमि पर वर्ष भर जल भराव रहता है। ऐेसे में ट्रांसफार्मर में खामी होने पर पानी में करंट आने डर बना रहता है। बारिश के दिनों में भूखण्ड और सड़क के जलमग्न होने से राहगीरों को करंट लगने का डर लगा रहता है।