CM से CBI जांच की मांग करेंगे- किरोड़ी
डॉ.
किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, “डिंपल मीणा हत्याकांड में राजस्थान पुलिस की जांच को समाज के लोग और परिजन आधी-अधूरी मानते हैं, हम मुख्यमंत्री को ब्रीफ करेंगे और मांग करेंगे कि मामले की जांच CBI को दी जाए, हालांकि मेरी नजर में पुलिस की जांच ठीक है लेकिन समाज के लोग चाहते हैं तो हम सीएम से अपील करेंगे।” हालांकि, किरोड़ी लाल मीना का व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि पुलिस ने ठीक जांच की है।
मालूम हो कि कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके डॉ. किरोडी लाल मीणा इस मामले में पुलिस अधिकारियों से मिलने से पहले उन्होंने डिंपल के परिजनों से भी मुलाकात की थी। किरोड़ी लाल मीणा इस मामले को लेकर कई दिन से संघर्षरत हैं।
नेताओं ने जाहिर की नाराजगी
डॉ. किरोडी लाल मीणा से मिलने वाले नेताओं में टोंक-
सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीणा, करौली गंगापुर सांसद भजनलाल जाटव, विधायक रामकेश मीणा, घनश्याम महर, विधायक इंद्रा मीणा, अनिता जाटव, पूर्व विधायक लाखन सिंह मीणा शामिल है। इन सभी ने डिंपल मीणा हत्याकांड की जांच को लेकर किरोड़ी लाल मीणा के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर की है। वहीं, इस मुलाकात को लेकर भाजपा में कई प्रकार की अटकलों को दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस के नेताओं ने डॉ. किरोडी लाल मीणा से कहा है कि निर्दोष को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। इस पर मंत्री ने पुलिस जांच पर भरोसा जताया है। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को आईजी राहुल प्रकाश से हुई अपनी मुलाकात के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि कल हुई बातचीत में यह बात सामने आई है कि डिंपल मीणा के परिजनों ने उसे जहर देकर मारा है। उसके साथ किसी भी तरह का कोई गैंगरेप नहीं हुआ है।
जांच से समाज संतुष्ट नहीं- रामकेश मीणा
इस मुलाकात के बाद उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा ने कहा कि, “डिंपल मीना हत्याकांड को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर लगातार धरना जारी है। आज हम समाज के लोगों के साथ डॉ. किरोड़ी लाल मीना से मिले हैं। हम राजनीति से ऊपर उठकर समाज की बच्ची को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस जांच से समाज संतुष्ट नहीं है और समाज के लोगों में आक्रोश है।”
क्या है डिंपल मीणा केस?
उल्लेखनीय है कि 9 मई को हिंडौन सिटी थाने पर सूचना मिली की एक 10 वर्षीय मूक बधिर बच्ची डिम्पल मीणा जली हुई अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया था। उस समय लड़की किसी भी तरह का बयान देने की हालत में नहीं थी। उसे गंभीर हालत में जयपुर एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया था। जहां 20 मई को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी। इस केस की FIR 11 मई को पीड़िता के पिता ने दर्ज करवाई थी।