उत्तर प्रदेश के कानपुर के पुलिस कमिश्नर ऑफिस में पीड़िता ने बताया कि उसके पास गलत तरह की चैटिंग आ रही थी। जो उनके हस्बैंड करवा रहे थे। इसी संबंध में डॉक्यूमेंट देने के लिए पुलिस कमिश्नर ऑफिस में आई हूं। 5 महीने हो गए। लेकिन कांस्टेबल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारी कांस्टेबल को सस्पेंड करने की बात करते हैं। महिला ने कहा कि सस्पेंड करने से क्या होगा? आज भी उसकी मोटरसाइकिल ऑफिस में दिखाई पड़ी और बताया जा रहा है कि वह गैर हाजिर है।
क्या कहती हैं एडीसीपी महिला क्राइम?
पीड़िता ने कहा कि या तो उसे पहले आदेश के अनुसार जेल भेजा जाए या फिर वह मुझे अपने साथ रखें। वह कहां जाएगी? दुष्कर्म के मुकदमे से बचने के लिए उसने शादी की है। उसके बाद मामूली धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एडीसीपी महिला क्राइम अमिता सिंह ने पीड़िता से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आरोपी कांस्टेबल को बातचीत के लिए बुलाया गया है। दोनों के बीच यदि समझौता नहीं होता है तो आरोपी कांस्टेबल के ऊपर संगत धाराएं बढ़ाई जाएगी और जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को महिला थाने भेजा गया है।