उत्तर प्रदेश के कानपुर आईआईटी से पीएचडी कर रही पश्चिम बंगाल की छात्रा ने कानपुर कमिश्नरेट पुलिस पर विश्वास जाहिर किया है। इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि कल्याणपुर थाने में दर्ज करने वाली वह पीड़िता है। उन्हें कई गंभीर समस्याओं से सामना करना पड़ रहा है। इतने बड़े अपराध का शिकार होने के बाद भी मोहसिन खान और उसका वकील उसे बदनाम कर रहा है। मोहसिन खान पीपीएस अधिकारी है। जिसके कारण उसे कई गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
भारतीय महिलाओं का जिक्र किया
पीड़िता ने बताया कि मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। मोहसिन खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी ना तो अभी तक उसे निलंबित किया गया है और ना ही गिरफ्तारी हुई है। वह मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवा सकता है। पीड़िता ने कहा कि वह सिविल सेवा की तैयारी कर रही है, विदेश जाने की इच्छा है। लेकिन झूठे आरोपों से उसका करियर बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने भारतीय महिलाओं का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा कि भारतीय महिलाओं को न्याय पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
पीड़िता ने पूछा स्वयं से सवाल
पीड़िता ने बताया कि लिखा है कि वह खुद से सवाल कर रहे हैं कि क्या मैं इस व्यवस्था में न्याय की उम्मीद कर सकती हूं? उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस से मांग की है कि उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्जन नहीं होना चाहिए। न्याय पाने के लिए उन्होंने अपनी केरियर और प्रतिष्ठा को दांव पर लगा दिया है। लेकिन मैं अपने करियर और भविष्य की बलि नहीं दे सकती है। अगर इसी प्रकार चला रहा तो वह आत्महत्या भी उठा सकती है।