कारोबार छोडक़र सट्टा चार्ट बनाने में उलझा था अरशद मीरपुर कैंट निवासी अरशद के परिजनों ने रेलबाजार पुलिस को बताया कि ऑनलाइन सट्टा में नुकसान होने के बावजूद अरशद ने सट्टा खेलना नहीं छोड़ा। पुरानी रकम को हासिल करने के लिए वह सट्टा यूनिक नंबर पकडक़र खेलता था। इसी कारण पुरानी कारों के कारोबार पर ध्यान देने के बजाय सट्टा किंग रिजल्ट रिकार्ड चार्ट लेकर जोड़-घटाना लगाता रहता था। मौजूदा समय में अरशद पर काफी उधार था। वक्त पर उधारी वापस नहीं करने के कारण आए दिन तगादा करने वालों से बहस होती थी। इसी कारण अरशद का बीवी शिम्मी के साथ भी झगड़ा होता था। आए दिन के विवाद से परेशान होकर शिम्मी एक साथ पहले बेटे जैद को लेकर मायके फेथपुलगंज चली गई थी। अरशद के बहनोई शमीम ने बताया कि कारोबार में नुकसान और तनहाई के कारण अरशद ने फांसी लगाई है। रेलबाजार थाना प्रभारी ने बताया कि तीन दिन से अरशद अपने घर से बाहर नहीं निकले थे। पड़ोसियों ने सोचा कि शहर से बाहर गए होंगे। दोपहर में बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया। दरवाजा तोडऩे पर पंखे से अरशद की लाश लटकी मिली।
करोड़पति कारोबारी को सट्टेबाज चौकीदार ने मार डाला था टी-20 क्रिकेट और फुटबाल मैच में सट्टेबाजी के लिए बदनाम कानपुर शहर में आनलाइन सट्टा कारोबार भी तेजी से फैल रहा है। बीते पखवारे लालबंगला के शक्तिपुरम् निवासी लेदर कारोबारी राजेंदर कौर (76) को कानपुर-लखनऊ हाई-वे स्थित फैक्ट्री परिसर में चौकीदार अमित त्रिवेदी ने ऑनलाइन सट्टा खेलने की लत के कारण मौत के घाट उतार दिया था। राजेंदर कौर की 20 सितंबर को ईंट तोडऩे वाली बसूली से सिर तोडक़र हत्या हुई थी। इस मामले में गिरफ्तार चौकीदार अमित त्रिवेदी ने कबूल किया है कि उसे सट्टा खेलने की लत है। सट्टा में नुकसान होने के कारण उसे अपनी बाइक गिरवी रखनी पड़ी थी, लेकिन लगातार हारने के कारण बाइक छुड़ाने के लिए रकम का इंतजाम करना मुश्किल था। इसी दौरान 20 सितंबर की दोपहर को राजेंदर कौर के पर्स में पचास हजार रुपए देखकर चोरी का इरादा बना लिया। देर शाम पर्स से रकम चुराने के दौरान राजेंदर कौर ने देखकर पकड़ लिया तो खुद को बचाने के लिए मालकिन को मौत के घाट उतार दिया था।