खिड़की से देखा तो उड़ गए होश
मोबाइल ना उठने पर जब कमरे के रोशनदान से झांक कर देखा गया तो प्रगति का शव रस्सी के सहारे झूलता दिखाई दिया। इसके बाद वार्डन ने आईआईटी प्रबंधन को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की छानबीन शुरु की तो मौके से रस्सी की ऑनलाइन डिलीवरी का एक खाली पैकेट, स्टूल और पलंग मिला जिसका प्लाई टूटी हुई थी। तो क्या ऑनलाइन मंगाई थी रस्सी?
मौके से मिले ऑनलाइन डिलीवरी के खाली पैकेट को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पुलिस का मानना है कि छात्रा ने सुसाइड के लिए ही रस्सी ऑनलाइन मंगवाई थी। इसके साथ ही पुलिस को पांच पन्ने का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ।
क्या कहता है 5 पन्ने का सुसाइड नोट?
छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं। सुसाइड नोट में प्रगति ने अपने दोस्तों के लिए लिखा ‘आप लोगों ने मुझे बहुत कोऑपरेट किया, थैंक्स’। मैं जिन्दगी में और बेहतर कर सकती थी, लेकिन कर नहीं सकी। मैं स्वीमिंग करने नहीं जा पाई। जिम नहीं जा पा रही हूं। अपनी जिन्दगी से संतुष्ट नहीं हूं। मुझे काफी कुछ करना था। जिसे मैं चाहकर भी नहीं सकी। पहले पन्ने में उसने एक लड़के का नाम, उसका मोबाइल नंबर और उसे कॉल करने की बात लिखी है और सारा पैसा और गहने उसको देने को कहा है। अगले पन्ने में जिन्दगी का दर्द और असफलता की बात कही है। लिखा कि बहुत कुछ कर सकती थी, लेकिन कर नहीं पा रही हूं। आपको बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई है। प्रगति ने सुसाइड नोट में किसी को भी मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया है।