उत्तर प्रदेश के कानपुर के नवागत जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीसामऊ पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई बहाना नहीं चलेगा। जिससे यह कहा जाए कि बिजली न रहने के कारण पानी बिना ट्रीटमेंट के पानी गंगा जी में गिर रहा है। इसके पहले यह स्थिति पूरी व्यवस्थित कर ली जाए।
खुद ही सवाल किया और जवाब भी दिया
कर्मचारियों से बातचीत के दौरान उन्होंने स्वयं ही सवाल किया और जवाब दे दिया। बोले- गंगा में बिना ट्रीटमेंट के पानी गिरने पर आप कहेंगे क्या करें साहब, बिजली चली गई और जनरेटर का क्वायल फूंक गया, फिर मैं पूछूंगा कि सेकंड जनरेटर क्यों नहीं है और अगर सेकंड भी फूंक गया तो थर्ड क्यों नहीं है? कुल मिलाकर बिना ट्रीटमेंट के पानी गंगा जी में नहीं जाएगा। इस बात को सुनिश्चित कर लिया जाए।
क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि महाकुंभ के दौरान आवश्यक है कि गंगा नदी में सीवेज पानी बिलकुल नहीं जाना चाहिए। सीसामऊ नाला में अभी भी पुरानी व्यवस्था चल रही है। उन्हें बताया गया है कि सिंगल डिस्चार्ज में इससे बड़ा नाला दूसरा नहीं है। इस बात पर कार्य किया जाएगा कि जाजमऊ में जो पानी जा रहा है। वह ट्रीट होकर जाए।
पंपिंग स्टेशन पर अल्टरनेट व्यवस्था होनी चाहिए
जिलाधिकारी ने कहा कि पंपिंग स्टेशन पर इस बात की व्यवस्था होनी चाहिए कि यदि बिजली नहीं आती है तो अल्टरनेट होना चाहिए। इसके लिए कोई बहाना नहीं चलेगा कि बिजली नहीं आ रही, जनरेटर फेल हो गया। जल निगम के एससी और प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देश दिया गया है कि महाकुंभ के दौरान और उसके बाद भी बिना ट्रीट किये पानी नदी में नहीं जाना चाहिए। ट्रीट के बाद कैनाल में पानी प्रयोग किया जाए। हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी हो।