उत्तर प्रदेश के कानपुर के घाटमपुर थाना क्षेत्र के पतारा गांव स्थित स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में उस समय हड़कंप मच गया। जब एक लुटेरा बैंक लूटने के लिए पहुंच गया। सबसे पहले उसने सिक्योरिटी गार्ड पर हमला किया। अभी बैंक कर्मचारी अपनी कुर्सी में बैठने की तैयारी ही कर रहे थे। अंदर कोई कस्टमर नहीं था। सिक्योरिटी गार्ड पर हमला होते देख बैंक कर्मचारी सतर्क हो गए। इधर सिक्योरिटी गार्ड से लुटेरे की हाथापाई शुरू हो गई। इस दौरान कर्मचारीयों ने मदद करने की कोशिश की। परंतु लुटेरा उन पर भी हमलावर हो गया।
क्या कहते हैं शाखा प्रबंधक?
मैनेजर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि 10.30 बजे घटना हुई है। उनके साथ कैशियर प्राणनाथ शुक्ला, महिला सहायक सपना कुमारी अंदर काम करने की तैयारी कर रहे थे। सिक्योरिटी गार्ड सुनील कुमार गेट पर अपनी ड्यूटी कर रहा था। इसी बीच हाथ में देसी कट्टा लेकर एक युवक बैंक के अंदर घुस गया। सिक्योरिटी गार्ड ने युवक को रोकने का प्रयास किया, तो उसने चाकू से गार्ड पर हमला कर दिया। इस दौरान बचाने के लिए कर्मचारी आगे आए। लुटेरे ने उनको भी चाकू से घायल कर दिया। कड़ी मशक्कत के बाद लुटेरे पर काबू पाया गया। तब तक उसने सिक्योरिटी गार्ड के चेहरे पर कई बार चाकू मार कर घायल कर दिया।
बैंक का हूटर बजने से मचा हड़कंप
बैंक किसी भी महिला कर्मचारियों ने बैंक का उत्तर बजा दिया। इस पर बाहर खड़े लोग बैंक के अंदर आ गए और लुटेरे को घेर लिया। लुटेरे पर काबू पाने के बाद उसे रस्सी से बांध दिया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची घाटमपुर थाना पुलिस ने घायल लुटेरे और सिक्योरिटी गार्ड को पतारा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से सिक्योरिटी गार्ड को हैलट रेफर कर दिया गया। जबकि बैंक मैनेजर और कैशियर को उपचार के लिए निजी प्राइवेट अस्पताल में लाया गया। कौन है लुटेरा और क्यों किया बैंक में डकैती डालने का प्रयास? पुलिस पूछताछ में लुटेरे ने अपना नाम लवी पुत्र अवधेश निवासी संचितपुर घाटमपुर बताया। बोला अपनी गर्लफ्रेंड को समान और रुपए देने के लिए उसने बैंक लूटने की साजिश रची। लेकिन इस मामले में उसकी गर्लफ्रेंड की कोई गलती नहीं है। जो कुछ भी कहना हो मुझसे कहो, मेरी गर्लफ्रेंड ने कुछ नहीं किया।
पिता खेती किसानी करते हैं?
पिता अवधेश कुमार खेती किसानी करते हैं। जबकि एक भाई दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर रहा है। लवी हरदेवी स्मृति कॉलेज में बीएससी थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। पिता अवधेश कुमार ने बताया कि उनका बेटा धार्मिक कार्यक्रम में आता जाता रहता है। जिससे रात में देर हो जाती है। शनिवार को भी उसने नागेलियनपुर मंदिर दर्शन करने की बात कह कर घर से निकला था। देर शाम उनको घटना की जानकारी मिली। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनका बेटा ऐसा काम करेगा।
क्या कहते हैं एसीपी?
मौके पर पहुंची घाटमपुर पुलिस ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। सूचना पाकर मौके पर डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव अपने टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया था। लुटेरे के पास से 315 बोर का देसी तमंचा चाकू और दो ब्लेड बरामद किया गया। एसीपी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि लुटेरे से पूछताछ की जा रही है। घर की भी जांच कराई जाएगी। सीसीटीवी फुटेज को भी चेक किया जा रहा है।