शहर में मेट्रो और इलेक्ट्रिक बसों दोनों सेवाओं के शुरू होने से दो तरह की समस्याओं पर नियंत्रण होगा। दरअसल मेट्रो और इलेक्ट्रिक बसों के चलने से शहर को प्रदूषण से राहत मिलेगी। इससे गो ग्रीन का मैसेज भी जाएगा। साथ ही कानपुर शहर के पांच हाईवे के प्रवेश द्वार पर बस अड्डों के बनने से झकरकटी का लोड कम हो जाएगा। जिससे जाम नहीं लगेगा और यात्रियों को आवागमन करने में आसानी होगी। इसमें से 50 इलेक्ट्रिक सिटी बसों को सैटेलाइट बस अड्डों के पास लगाया जाएगा, जिनसे गैर राज्य या गैर जनपदों से आने वाले यात्रियों को शहर आने में आसानी हो। वहीं 50 बसों को मेट्रो स्टेशनों के पास लगाया जाएगा, जिनसे यात्रियों को आवागमन में राहत मिल सके।
सिटी बस सेवा एआरएम राकेश अग्रवाल ने बताया कि मंडलायुक्त शहर में जाम और प्रदूषण को खत्म करने के लिए कवायद कर रहे हैं। सैटेलाइट बस अड्डों और मेट्रो स्टेशनों के पास इलेक्ट्रिक बसों की उपलब्धता लोगों को सहूलियतें देंगी। इसके अलावा जाम और प्रदूषण में भी कमी आएगी।