2015 में जब वह 16 साल की थी, तब माओवादी संगठन भामरागढ़ में एलओएस सदस्य के रूप में शामिल हुई थी। 17 साल की उम्र में वह महाराष्ट्र के अल्दंडी में एसएफ के साथ एनकाउंटर में शामिल रही। 2023 में संगठन की डिप्टी कमांडर बनी। हथियार में एसएलआर का इस्तेमाल कर चुकी है।
दूसरी महिला नक्सली भी बीजापुर से है। उसपुरी गांव की रहने वाली 21 साल की संचिला मंडावी ने 2020 में नक्सल संगठन ज्वॉइन किया था। तब उसकी उम्र 17 साल थी। 2021 से कांकुर जंगल एरिया में टेलर टीम की मेंबर थी। हथियारों में 12 बोर और 11 राउंड का इस्तेमाल कर चुकी है।
उस पर एक लाख इनाम था। तीसरी महिला नक्सली नारायणपुर जिले से है। यहां डोमांज गांव की रहने वाली 20 साल की लखमी पददा 2019 में महज 15 साल की उम्र में नक्सल संगठन में शामिल हो गई थी। इसके पास सिंगल शॉट राइफल थी। पुनर्वास नीति के तहत तीनों को तत्काल 25-25 हजार की आर्थिक सहायता मुहैया कराई गई है।