थानाधिकारी प्रदीप डांगा ने बताया कि गत पांच नवम्बर की मध्यरात्रि हरिजन बस्ती निवासी पूजा पत्नी अजय बारासा की हत्या कर दी गई थी। इस दौरान बच्चे मौसी के घर गए थे। वे दूसरे दिन सुबह घर लौटे तो मां का खून से लथपथ शव देखा था। पति अजय बारासा गायब था। उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। उसे पकड़ने के लिए छह टीमों का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर आरोपी के बीकानेर भागने का पता लगा। पुलिस भी बीकानेर पहुंची, लेकिन आरोपी वहां से ट्रेन में सवार होकर हरिद्वार चला गया था।
पुलिस की एक टीम हरिद्वार गई, जहां तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज देखने पर वह नजर आ गया था, लेकिन हाथ से निकल गया था। वह वापस
बीकानेर पहुंचा, जहां से वह गुरुवार को रोडवेज बस स्टैण्ड उतरा और रातानाडा जाने के लिए ऑटो रिक्शा में सवार हुआ। इसका पता लगने पर एसआइ शिवदान के नेतृत्व में कांस्टेबल रमेश, पूनाराम, सुरेश व रघुनाथ ने पुलिस लाइन के पास ऑटो को रुकवाया और घेराबंदी कर अजय को पकड़ लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने हरिजन बस्ती निवासी अजय बारासा को गिरफ्तार किया।
बस से भाग निकला
आरोपी अजय नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते में कार्यरत है। उसने पूजा से प्रेम विवाह किया था। पिछले कुछ समय से दोनों में गृह क्लेश चल रहा था। इससे दोनों में आए दिन झगड़े होते थे। इसी के चलते गत पांच नवम्बर की रात उसने पत्नी पूजा की हत्या कर दी थी। फिर वह भाग गया था।
रात 1.31 बजे उसने रातानाडा में एटीएम से रुपए निकाले। फिर पावटा सर्कल से निजी बस से वह बीकानेर चला गया था। हरिद्वार जाने के लिए उसने बीकानेर में बस चालक से बात की थी। फिर वह 7 नवम्बर को ट्रेन से हरिद्वार गया था। ऑटो लेकर वह हरकी पौढ़ी गया था, जहां से वह हरिद्वार रेलवे स्टेशन और फिर बस स्टैण्ड आया था। 8 नवम्बर को वह ट्रेन में बीकानेर पहुंच गया था। कुछ दिन तक वह बीकानेर में ही रहा था।