पुलिस ने जैसे ही एक वाटसएप गु्रप के एडमिन को गिरफ्तार किया। एेसे और भी गु्रप के बारे में जानकारियां सामने आने लगी। एेसे गु्रप के लिंक वायरल कर जॉइन करवाया जा रहा है। एेसे बच्चे जो ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं उनको भी टारगेट किया जा रहा है। क्योंकि राशि बहुत कम मांगी जाती है एेसे में स्कूली व कॉलेज के बच्चे भी इस झांसे में आ जाते हैं। थोड़े से लालच के चक्कर में राशि लगा दी जाती है। इस प्रकार यह ऑनलाइन सट्टे के आदि बन जाते हैं।
पूरे देश में बना लिया नेटवर्क
कई एेसे वायस मैसेज भी चल रहे हैं जिसमें संबंधित गु्रप के एडमिन प्रदेश के बाहर से भी लोग को जोडऩे का बोल रहे हैं। मतलब पूरे देश में एेसा नेटवर्क चल रहा है। 50 से लेकर 2 हजार रुपए तक लगाने का ऑफर है। करीब दो गुना तक दांव लगाने की सहमति ये सटटा खिलाने वाले देते हैं। पेटीएम या गूगल पे के जरिये राशि का ट्रांसफर किया जाता है।
लॉकडाउन में शुरू हुए अधिकांश गु्रप
वैसे तो वाटसएप गु्रप के जरिये ऑनलाइन गेम चलाने का फंडा पहले से चल रहा है। लेकिन लॉकडाउन में यह एक पैसा कमरे का जरिया भी बन गया। जिन गु्रप के डिस्क्रिप्शन गूगल पर या सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं वह अधिकांश लॉकडाउन अवधि में ही बने हैं।