पुलिस के अनुसार झालावाड़ निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ चौपासनी हाउसिंग बोर्ड (चौहाबो) प्रथम पुलिया चौकी के सामने मकान के बाहर शनिवार रात खुले में सोया था। मूलत: एमपी में रतलाम हाल जोधपुर निवासी शंकर मेघवाल (42) ने मध्यरात्रि आठ साल की मासूम काे नींद में ही गोद में उठाया और दस कदम दूर कार व मकान की दीवार की ओट में ले गया। वहां कार की आड़ में उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद वो वहां से चला गया। बच्ची भी अकेले ही परिजन के पास आकर लेट गई।
रविवार सुबह मां जागी तो पुत्री ने कहा कि रात को शंकर अंकल ने उसके साथ बलात्कार किया था। पीडि़ता व परिवार आरोपी शंकर को पहले से जानते थे। यह सुन मां डर गई। उसने पति को बताया। तीनों नजदीक ही थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी बात बताई। पुलिस पीडि़ता को मेडिकल करवाने अस्पताल ले गई। शंकर मेघवाल के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी भी मजदूरी करता है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त लाभूराम चौधरी मामले की जांच कर रहे हैं।
झगड़ा होने पर डर की वजह से मकान के बाहर सोए थे
पुलिस का कहना है कि पीडि़त परिवार दो बेटी व एक बेटे के साथ एक माह पहले मजदूरी करने जोधपुर आया था। दस दिन पाल रोड पर सड़क किनारे रहा। बीस दिन पहले ही चौहाबो में प्रथम पुलिया चौकी के पास खुले में रहने लगे थे। मजदूरी के बाद रात को खुले में ही सोते थे। शनिवार रात चौकी के पास कुछ व्यक्ति झगड़ा करने लगे थे। मासूम के माता-पिता घबरा गए थे और सुरक्षा के लिहाज से सड़क के दूसरी तरफ मकान के बाहर जाकर सो गए थे। मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा होने से परिजन खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे थे।
आरोपी के बैग में मिली चौकड़ी कमीज
पीडि़ता ने पुलिस से कहा कि शंकर ने चौकड़ीदार कमीज पहनी थी। पुलिस ने उसे पकड़ा तो कमीज बदल दी थी। तलाशी लेने पर बैग में चौकड़ीदार कमीज मिली। आरोपी ने रात को यह कमीज पहने होने से इनकार किया।
थाने में आत्महत्या की धमकी, पुलिस अलर्ट
आरोपी शंकर थाने में हंगामा करने लगा। आरोपों से इनकार किया। थाने में आत्महत्या करने की धमकी देने लगा। उसकी धमकियों को लेकर पुलिस सतर्कता बरते हुए है। गौरतलब है कि गत तीन अक्टूबर की रात फलोदी जिले के देचू थाने में नाबालिग से बलात्कार के आरोपी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी।