भारतीय वायुसेना के विमान से जोधपुर पहुंचने वाले हैं देश के राष्ट्रपति, यह रहेगा उनका कार्यक्रम यह उप्रे में अनुसूचित जाति में आती है। वकालात में शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय में कार्य आरंभ किया था। 1977 से 1979 तक दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील रह चुके हैं। 2015 में वह बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्त हुए थे। यही नहीं उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में सिविल सेवा की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर रखी है।
राष्ट्रपति के दौरे के चलते सालों बाद सुधर रही शहर के एक हिस्से की तस्वीर, काफिले के रास्ते की बदल रही सूरत वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गए थे। साल 1994 में उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2000 में पुन: उत्तरप्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। इस प्रकार कोविन्द लगातार 12 वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं। साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की थी।
जोधपुर में राष्ट्रपति आगमन को लेकर जमकर हो रही तैयारियां, पीडब्ल्यूडी, निगम व जेडिए सभी विभाग साथ कर रहे काम अमित शाह ने कहा था कि रामनाथ कोविंद दलित समाज से उठकर आए हैं और उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए बहुत काम किया है। वे पेशे से एक वकील हैं और उन्हें संविधान का अच्छा ज्ञान भी है इसलिए वे एक अच्छे राष्ट्रपति सिद्ध होंगे और आगे भी मानवता के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। 25 जुलाई 2017 को भारत के 14 वे राष्ट्रपति के रूप में कोविंद ने शपथ ग्रहण की थी।