प्रस्ताव के मुताबिक बीकानेर में नया कॉमर्शियल कोर्ट गठित होने पर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू तथा बीकानेर जिलों के लंबित 869 प्रकरणों की सुनवाई हो सकेगी। इसी तरह जोधपुर में लंबित 1933 प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण का मार्ग प्रशस्त होगा। अलवर में कोर्ट सृजित होने से झुंझुनू, भरतपुर, धौलपुर तथाा करौली के लंबित 646 तथा भीलवाड़ा में राजसमंद और चित्तौडगढ़़ जिलों के 415 लंबित प्रकरणों का निस्तारण संभव हो सकेगा। राज्य की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता संदीप शाह ने आश्वस्त किया कि हाईकोर्ट प्रशासन के प्रस्ताव पर शीघ्र उचित निर्णय लिया जाएगा।