Rain Alert: मौसम विभाग की बड़ी चेतावनी, अगले 48 घंटों तक भारी बारिश के लिए रहें तैयार
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गोदावास गांव निवासी 75 वर्ष बुजुर्ग अमराराम का पुत्र दलाराम जन्मजात दोनों पैरों से दिव्यांग है और बुजुर्ग के पास उसकी देखभाल का कोई साधन भी नहीं था। वहीं दिव्यांग बेटे के लिए सरकारी पेंशन भी नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में बुजुर्ग अपने दिव्यांग बेटे को पीठ पर बिठाकर भोपालगढ़ पंचायत समिति ले आया। जहां उसने प्रधान व विकास अधिकारी के पर कुछ ही देर में कार्मिक द्वारा आवश्यक कार्यवाही कर दिव्यांग की पेंशन का सत्यापन किया गया। जिसके कुछ ही समय में दिव्यांग दलाराम की पेंशन को लेकर आ रही समस्याओं का निस्तारण होने के साथ ही पेंशन सत्यापन होने पर बुजुर्ग अमराराम व उसके दिव्यांग बेटे दलाराम के चेहरे पर खुशी की लहर सी दौड़ गई और बाप-बेटे ने प्रधान व विकास अधिकारी का शुक्रिया अदा किया। अब से दलाराम को प्रतिमाह 1500 रुपए की दिव्यांग पेंशन मिलेगी।पत्नी को नोटिस में तीन बार तलाक-तलाक लिख तलाक दिया
बुढ़ापे में भी करते हैं मजदूरी गोदावास निवासी बुजुर्ग अमराराम उम्र की वजह से भले ही बुढ़ापे के दौर में पहुंच गए हैं, लेकिन उन्हें आज भी परिवार का घर-गुजारा एवं दिव्यांग बेटे की देखभाल के लिए मजदूरी करनी पड़ती है। इसके अलावा दो अन्य बेटे भी परिवार की मदद के लिए मजदूरी करते हैं और तीसरा बेटा दलाराम दोनों पैरों से दिव्यांग होने की वजह से मेहनत-मजदूरी भी नहीं कर पाता है।हाथोंहाथ दी गई राहत गोदावास निवासी दिव्यांग युवक दलाराम की पेंशन को लेकर कुछ दिक्कतें आ रही थी। जिनका हाथों-हाथ निस्तारण कर उसे राहत प्रदान की गई। अब से उसे सरकार की ओर से प्रतिमाह बढ़ी हुई 15 सौ रुपए की पेंशन मिलेगी।