केन्द्र और अलग-अलग प्रदेशों की सरकारों के मंत्रियों को आमंत्रित किया जाएगा। केन्द्र व प्रदेश की सरकारों के ऐसे अधिकारी जो अरबन डवलपमेंट विभागों में या विशेष प्रोजेक्ट में काम कर चुके हैं वह शामिल होंगे। निजी सेक्टर की ऐसी कंपनियां जिनको अरबन सेक्टर में काम करने का अनुभव है उनके विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
– शहर की ट्रेफिक समस्या समाधान के लिए मंथन।
– सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल के स्थाई समाधान पर भी विशेषज्ञ रखेंगे अपनी राय।
– शहरी विकास में नवाचार पर भी होगी चर्चा। जोधपुर से इन नवाचारों की शुरुआत हो सकती है।
जोधपुर के दो ऐसे प्रोजेक्ट जिनकी डीपीआर पर काम शुरू हो चुका है उन पर विचार-विमर्श को भी इस सम्मिट में शामिल किया गया है। ऐसे शहर जहां पहले से एलिवेटेड रोड व रिवर फ्रंट बने हुए हैं, वहां के अधिकारियों व निजी फर्म के साथ अलग से सेशन होगा। इससे दोनों प्रोजेक्ट का काम गुणवत्ता पूर्वक किया जा सके।