Jodhpur news: इस रेलवे स्टेशन के नाम पर क्यों है देवासी समाज को आपत्ति? क्यों मच रहा बवाल, मैदान में उतरे बेनीवाल
Jodhpur news: मारवाड़ के शासक महाराजा जसवंत सिंह की रानी ने जोधपुर में एक बाग को और सुंदर बनाया और इस स्थान का नाम ‘राईकाबाग’ से ‘राईकाबाग पैलेस’ हो गया।
Jodhpur news: पावटा स्थित जोधपुर रेल मंडल के उपनगरीय रेलवे स्टेशन राई का बाग पैलेस जंक्शन स्टेशन के नाम में संशोधन को लेकर देवासी समाज में जबरदस्त आक्रोश है। पिछले कई सालों से राई का बाग को राईकाबाग की मांग को लेकर देवासी समाज की ओर से संघर्ष किया जा रहा है। समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारी विरासत और संस्कृति को मिटाने की कोशिश की जा रही है। जिसे देवासी समाज सहन नहीं करेगा।
मारवाड़ के शासक महाराजा जसवंत सिंह की रानी ने जोधपुर में एक बाग को और सुंदर बनाया और इस स्थान का नाम ‘राईकाबाग’ से ‘राईकाबाग पैलेस’ हो गया। जोधपुर राठौड़ शासक के समय में राज्य को अन्य भागों से जोड़ने के लिए यहां रेलवे स्टेशन का निर्माण किया गया और इसका नाम पूर्व में प्रचलित ‘राईकाबाग’ के नाम पर ‘राईकाबाग पैलेस जंक्शन’ रखा गया। यह रेलवे को बहुत पुराना रेलवे जंक्शन है और इसका नाम ‘राईकाबाग पैलेस जंक्शन’ था, जो अब राई का बाग अलग कर दिया गया। समाज का कहना है कि राजकालीन व्यवस्था के दौरान आसूराम राईका की सेवा भावना के कारण उनको उक्त जमीन देकर सम्मानित किया था। बाद में उक्त स्थान जसवंतसिंह की पत्नी ने पसंद आने पर आशुराम राईका से जमीन ली और उस पर बनाए बाग का नाम राईकाबाग रखा। ये रेलवे स्टेशन उसी जमीन पर बना है।
बेनीवाल भी उतरे मैदान में
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जोधपुर स्थित राई का बाग पैलेस जंक्शन रेलवे स्टेशन के नाम में त्रुटि सुधार करके राईका बाग पैलेस जंक्शन करने की मांग को लेकर प्रदेश का देवासी-राईका समाज आंदोलित है। रेलवे के रिकॉर्ड में त्रुटि में सुधार करते हुए भारत सरकार और रेल मंत्रालय को इस स्टेशन का नाम राई का बाग के स्थान पर राईका बाग पैलेस जंक्शन करना चाहिए। मैने इस मामले को लेकर विगत दिनों और आज दिन में भी रेल मंत्रालय के अधिकारियों से भी फोन पर बात की। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का पूरा समर्थन देवासी समाज की इस मांग के साथ है।