चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने दिखाया खौफनाक असर, लगातार बजने लगे मोबाइल फोन, जानिए क्यों
बिपरजॉय की वजह से सर्वाधिक बारिश बाड़मेर, जालोर, पाली और सिरोही जिलों में हुई, लेकिन बाड़मेर में जल संसाधन विभाग का एक भी बांध नहीं है। संभाग के सबसे बड़े जवाई बांध में भी पानी की अच्छी खासी आवक हुई है और लगातार पानी की आवक जारी है। बांध अब तक 39.7 प्रतिशत भर चुका है। दूसरी तरफ 24 बांध ऐसे हैं, जिसमें एक बूंद भी पानी नहीं है।weather alert: अभी भी खत्म नहीं हुआ है बिपरजॉय चक्रवाती तूफान का असर, आज भी रद्द रहेंगी इतनी ट्रेनें
केवल 3 बांध के है गेट संभाग के 115 में से केवल तीन बांध पाली के जवाई, जालोर के जैतपुरा और सिरोही के सुकली सेलवाड़ा बांध में ही गेट बने हुए हैं जो पूरा भरने पर खोले जाते हैं। शेष बांधों का संबंध नदी-नालों से है। जोधपुर जिले में 4 छोटे और एक मध्यम स्तर का बांध है। बिलाड़ा स्थित जसवंत सागर बांध अपनी क्षमता का 33 प्रतिशत भरा हुआ है। सुरपुरा, बीसलपुर, जालीवाड़ा और भाकरी बांध खाली पड़े हैं।