थानाधिकारी सुखराम ने बताया कि टेकरा गांव निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर अर्जुनसिंह भाटी व रामसिंह के बीच जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था। गत 27 नवम्बर को कोर्ट ने अर्जुनसिंह के पक्ष में फैसला सुनाया था। तब से दोनों में विवाद और गहरा गया था। आरोप है कि शुक्रवार रात नौ बजे प्रेमसिंह, नरेन्द्रसिंह, रघुवीरसिंह, भीखसिंह, किशनसिंह व दो-तीन अन्य शराब की दुकान के पास पहुंचे और तीन राउण्ड हवाई फायर किए। जोर के धमाकों से गांव में खौफ व्याप्त हो गया। ग्रामीणों में दहशत फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची और टेकरा गांव निवासी भीखसिंह पुत्र जब्बरसिंह, उसके भाई किशनसिंह और राणीदान सिंह पुत्र आसुसिंह को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया। अन्य फरार हो गए थे। सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर अर्जुनसिंह ने गणपतसिंह, रघुवीरसिंह पुत्र रामसिंह, उसके भाई नरेन्द्र सिंह, मोहनसिंह, किशन सिंह, भीखसिंह, प्रेमसिंह व श्रवणसिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। जमानत मिलने के बाद पुलिस ने तीनों में से भीखसिंह व उसके भाई किशनसिंह को एफआइआर में गिरफ्तार किया। सीसीटीवी कैमरों में फायरिंग व धमाकों की आवाज रिकॉर्ड हुई है।
एक आरोपी ने जहरीला पदार्थ खाया, भर्ती
उधर, आरोपी प्रेमसिंह ने सुबह मकान में कोई जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजन उसे गुपचप तरीके से सीधे पोकरण में अस्पताल ले गए। पुलिस भी वहां पहुंची। जांच के बाद प्रेमसिंह को जोधपुर रैफर किया गया। जो पुलिस निगरानी में भर्ती है।
हथियार के दम पर कमरे तोड़े, जेसीबी से कुचलने का प्रयास
कोर्ट से पक्ष में फैसला होने पर 7 दिसम्बर को जमीन के दो भूखण्डों पर पट्टियों के दो अलग-अलग कमरे बनाए गए थे। दूसरा पक्ष 8 दिसम्बर को जेसीबी के साथ जमीन पर पहुंचा था और दोनों कमरे तोड़ दिए थे। आरोपियों के पास तलवार, धारिया, लाठियां, लगिए भी थे। अर्जुनसिंह व परिजन मौके पर पहुंचे थे और विरोध किया था। आरोपियों ने उन्हें तलवार से अन्य हथियार से डराया व धमकाया था। जेसीबी दौड़ाकर कुचलने का प्रयास भी किया था, लेकिन पीडि़त पक्ष ने दूर हटकर जान बचाई थी। फिर सभी भाग गए थे। पीडि़त पक्ष ने मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग भी की थी।