थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि गत 23 दिसम्बर की रात 2.30 बजे लोरड़ीदेजगरा स्थित होटल पर कार में आए तीन युवकों ने अपने कुछ साथियों को बुलाकर 10-12 राउण्ड हवाई फायर किए थे। जानलेवा हमले का मामला दर्ज कर जोलियाली गांव निवासी अशोक बिश्नोई, अभिषेक उर्फ अभि बिश्नोई और समर उर्फ श्रीराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों को दो-दो दिन रिमाण्ड पर भेज दिया था।जिन्हें शनिवार को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। उनकी निशानदेही से वारदात में प्रयुक्त पिस्तौल और भेंपाराम की लग्जरी कार बरामद की गई। जांच में मदनलाल व भेंपाराम की भूमिका भी सामने आई है। जो अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं।
मैग्जीन बदलते गिरे थे दो जिंदा कारतूस
पुलिस का कहना है कि विवाद और मारपीट के दौरान आरोपियों ने कार ले जाने का प्रयास किया था, लेकिन ग्रामीणों के विरोध करने पर वे बगैर कार भाग गए थे। ग्रामीणों ने कार में तोड़-फोड़ की थी। जिसे पुलिस ने बरामद की थी। कुछ देर बाद आरोपी लग्जरी कार में दुबारा होटल आए थे और अंधाधुंध हवाई फायरिंग कर भाग गए थे। फायरिंग में प्रयुक्त पिस्तौल में मैग्जीन लगी हुई थी। उसमें गोलियां खत्म होने पर दुबारा मैग्जीन लगाई गई थी। इस दौरान दो जिंदा कारतूस गिर गए थे। जो पुलिस ने जब्त किए थे।
इंजन-चैसिस नम्बर के पंजीयन नम्बर से मिलान नहीं
ग्रामीणों ने आरोपियों की जिस कार में तोड़-फोड़ की थी उस पर जयपुर प्रथम परिवहन विभाग की नम्बर प्लेट लगी हुई है। इन नम्बर के इंजन और चैसिस नम्बर से मिलान नहीं हो पाया है। गिरफ्तार आरोपियों में से भी कोई कार मालिक नहीं है। ऐसे में पुलिस को कार के संदिग्ध होने की आशंका है।