इंद्र-2021 का आयोजन 1 से 15 अगस्त तक रूस के वोल्गोग्रेड क्षेत्र के प्रुद्धबई प्रशिक्षण स्थल पर होगा। इसमें रुसी आर्मी की दक्षिणी मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट भाग ले रही है। भारतीय सेना और रुसी सेना के 250-250 जवान भाग लेंगे। भारतीय सेना के जवान पोकरण फायरिंग रेंज में विभिन्न प्रकार की मॉक ड्रिल के जरिए अलग-अलग चुनौतियों से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। आतंकवादियों के परंपरागत हमलों के अलावा नई तकनीक का जवाब देने और कम से कम नुकसान के साथ लडऩे का अभ्यास किया जा रहा है। भारतीय जवान इसी महीने रूस के लिए रवाना होंगे। आर्मी के अलावा नेवी और एयरफोर्स के जवान भी युद्धाभ्यास के लिए रुस जाएंगे।
भारत और रूस के मध्य इंद्र युद्धाभ्यास की शुरुआत 2003 में हुई थी। पहला संयुक्त ट्राई सर्विस युद्धाभ्यास 2017 में शुरू हुआ। अंतिम युद्धाभ्यास दिसंबर 2019 में झांसी के पास स्थित बबीना, पुणे और गोवा में आयोजित किया गया था। इसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के मध्य आपसी सामंजस्य, एक दूसरे के साथ बेहतर तालमेल और युद्ध कौशल बढ़ाना है।