सूत्रों के अनुसार गंगाणा में ग्रीन सिटी निवासी गुलामुद्दीन फारूखी हत्या के बाद गत 29 अक्टूबर को फरार हो गया था। महात्मा गांधी अस्पताल की पार्किंग में मोपेड खड़ी करने के बाद वह बस से अहमदाबाद चला गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस तलाश करते हुए अहमदाबाद पहुंची थी, लेकिन वह एक दिन पहले ही ट्रेन में सवार होकर मुंबई चला गया था। इसके बाद जोधपुर पुलिस भी मुंबई पहुंच गई।
मुंबई में कई घंटों की तलाश के बाद पकड़ा गया आरोपी
जहां पर स्थानीय पुलिस की मदद से पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के एडीसीपी निशांत भारद्वाज, बासनी थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान व बोरानाडा थानाधिकारी शकील अहमद के नेतृत्व में डेढ़ दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों ने तलाश शुरू की। बुधवार को पुलिस को अहम सुराग मिले थे। पता चला कि आरोपी गुलामुद्दीन एक क्षेत्र विशेष में छुपा हुआ है। इस पर पुलिस ने एक क्षेत्र की घेराबंदी की। कई घंटों की तलाश के बाद गुरुवार देर रात गुलामुद्दीन को पकड़ लिया गया। स्थानीय पुलिस स्टेशन में ले जाकर उससे पूछताछ की गई। पुलिस आरोपी को आज हवाई मार्ग से जोधपुर लाएगी। आरोपी से पूछताछ के बाद ही हत्या के राज खुलेंगे।
सर्व समाज का सांकेतिक धरना आज
इधर, सर्व समाज संघर्ष समिति के बैनर तले आज सुबह 10 बजे नई सड़क पर राजीव गांधी प्रतिमा के पास सांकेतिक धरना दिया जाएगा। समिति के संयोजक हनुमानसिंह खांगटा ने बताया कि साजिश के तहत अनिता की हत्या कर शव के टुकड़े किए गए थे। ऐसे में सीबीआई से जांच की मांग की जा रही है। साथ ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सहित मृतका के एक आश्रित को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग को लेकर साधु संतों की मौजूदगी में सांकेतिक धरना देंगे। ये है पूरा मामला
जोधपुर के सरदारपुरा इलाके के अनीता घर पर ही ब्यूटी पार्लर चलाती थी। 26 अक्टूबर की दोपहर वह अपने ब्यूटी पार्लर को बंद कर एक रिक्शे में बैठ कर गंगाणा इलाके के लिए निकली थी। इसके बाद से उनका फोन बंद था। अगले ही दिन पति मनमोहन ने उसके लापता होने की रिपोर्ट सरदारपुरा थाने में दर्ज करवाई थी। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर आरोपी गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या के मामले का खुलासा हुआ था।
इसके बाद पुलिस को 30 अक्टूबर की रात गुलामुद्दीन के घर के पास 10 फीट के गड्ढे में 6 टुकड़ों में एक बोरे में अनीता की लाश मिली थी। इसके बाद पुलिस ने मोहम्मद यासीन अली, जैफू खान, मोहम्मद शरीफ उर्फ मुन्ना, कलीमुद्दीन उर्फ कलीम, मोहम्मद हमीमुद्दीन, मकबूल अहमद, मोइनुद्दीन, मोहम्मद मोअज्जरम फारूखी, युनूस और सुमन उर्फ सुनीता को शांति भंग में गिरफ्तार किया था। इनमें से छह लोगों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था।