आरोपी गुलामुद्दीन ने जूस में नींद की पांच गोली मिलाकर अनिता को दिया था। जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई थी। जो होश में नहीं आई थी। फिर धारदार चाकू से शव के टुकड़े किए मकान के बाहर गड्डे में गाड़ दिया था।
गले नहीं उतर रहा हत्या का कारण
पुलिस के अलग-अलग अधिकारी गुलामुद्दीन से पूछताछ कर चुके हैं। वह लूट के लिए हत्या करने पर अड़ा हुआ है, लेकिन पुलिस को यह कारण गले नहीं उतर रहा है। आरोपी पहले भी लूट के लिए नींद की गोलियां खिलाकर जहरखुरानी कर चुका है। उधर, मृतका के पति मनमोहन ने अभी तक पुलिस को बयान दर्ज नहीं कराए हैं। न ही मृतका की दुकान व मकान की तलाशी करवाई है।
तीन दिन और पूछताछ कर सकेगी सीबीआइ या पुलिस
पुलिस गुलामुद्दीन का अब तक 12 दिन रिमाण्ड ले चुकी है। नए कानून बीएनएसएस के तहत 40 दिन की अवधि में किसी भी आरोपी का अधिकतम 15 दिन रिमाण्ड लिया जा सकता है। चूंकि राज्य सरकार ने मामले की सीबीआइ से जांच कराने का भरोसा दिलाया था। इसलिए पुलिस ने 12 दिन रिमाण्ड पूरा होते ही गुलामुद्दीन को जेल भिजवा दिया। ताकि शेष तीन दिन सीबीआइ अथवा आवश्यकता होने पर पुलिस फिर से उसे रिमाण्ड ले सके।