हवलदार शेखावत की पार्थिव देह को मंगलवार को जयपुर से सड़क मार्ग होते हुए उनके पैतृक गांव काजड़ा ले जाया जाएगा। जहां पर राजकीय सम्मान से उनकी अंत्येष्टि होगी। हवलदार शेखावत के शहादत की खबर के बाद
झुंझुनूं के काजड़ा गांव में माहौल गमगीन हो गया। मनजीत सिंह ने बताया कि विनोद सिंह 2004 में सेना में भर्ती हुए थे। पत्नी और बच्चे जयपुर में रहते हैं। उनके दो बेटी और एक बेटा है।
तिरंगा यात्रा निकाल राजकीय सम्मान से होगी अंत्येष्टि
सरपंच प्रतिनिधि मनजीत सिंह तंवर ने बताया कि मंगलवार को कांगड़ा चुंगी से अंत्येष्टि स्थल तक बाइकों से तिरंगा यात्रा निकालकर शहीद विनोद सिंह शेखावत का राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी।
सामाजिक कार्यकर्ता रूप में थी पहचान
तंवर ने बताया कि शहीद विनोद सिंह शेखावत गांव में अपनी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी पहचान रखते थे। शेखावत मर्दूभाषी मिलनसार व्यक्ति थे। गांव में होने वाले सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। विनोद सिंह शेखावत की शहीद होने की सूचना के बाद पूरे गांव में गमगीन माहौल है।