बता दें कि हाल ही में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी नए जिलों को लेकर बनाया दिया था। लेकिन, जब विवाद हुआ तो मदन राठौड़ ने यू-टर्न लेते हुए कहा था कि मेरा काम संगठन संभालना है। ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्री अविनाश गहलोत के बयान पर राजनीति गरमा सकती है।
झुंझुनूं दौरे पर पहुंचे अविनाश गहलोत ने कहा कि गहलोत राज में रेवड़ी की तरह नए जिले बना दिए गए। मैं मानता हूं कि राजनीतिक फायदे के लिए हर सरकार ये करती है। लेकिन, नए जिलों के लिए मानदंड तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 15 से 20 लाख की आबादी पर एक जिला हो। नए जिले बनाने से जनता को सुविधा हो और एक मैसेज जाना चाहिए कि हमने अच्छा काम किया है। लेकिन, कांग्रेस राज में कुछ ऐसे जिले बना दिए गए जिनकी जरूरत ही नहीं थी।
बारिश खत्म होते ही शुरू हो सड़कों का निर्माण
क्षतिग्रस्त सड़कों के संबंध में अधिकारियों से कहा कि कागजी तैयारी पूरी करके रख लो, बरसात खत्म होते ही सड़कों का निर्माण हर हाल में शुरू हो जाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि बजट घोषणा के लिए जहां जमीन की जरूरत है, उसका आवंटन करवाया जाए। बजट की सभी घोषणा हर हाल में समय पर पूरी होनी चाहिए। जो शिलान्यास व लोकार्पण संभव है, उसकी तैयारी भी रखें। पंद्रह अक्टूबर तक नुकसान की गिरदावरी करने व बीड़ में जलभराव की समस्या का समाधान करने के निर्देश भी दिए।