जुगाड़ आया काम
खदान में आपातकालीन स्थिति में बचने के लिए दूसरी लिफ्ट की कोई व्यवस्था नहीं है। इस कारण रेस्क्यू टीम को जुगाड़ लगाकर 1500 फीट नीचे फंसे अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर निकालना पड़ा। उन्होंने एक पुली पर रस्सा बांधकर एक छोटी लिफ्ट तैयार की जिसमें एक बचाव दल का सदस्य व एक घायल व्यक्ति को बैठाया जा सका। उसे एक चरखी के माध्यम से ऊपर खींचा गया। जहां लिफ्ट गिरी वह जमीन से करीब 1500 फीट नीचे है। वहां से 48 फीट तक सीढ़ियों तक लेकर आए। इसके बाद 180 फीट की दूरी तक डोलो (छोटी लिफ्ट) से लेकर आए जो कि पहले से लगी हुई थी। इसके ऊपर आने के लिए कोई साधन नहीं था तो जुगाड़नुमा लिफ्ट का सहारा लिया गया। करीब 1080 फीट तक जुगाड़ से तैयार की गई लिफ्ट काम में आई। इसके बाद गाड़ियों में जमीन तक पहुंचाया गया।लिफ्ट कैसे गिरी नीचे?
प्रारंभिक जांच में लिफ्ट का रस्सा टूटने को ही हादसे का कारण माना है। बताया जा रहा है कि खदान में काम करने वाले कर्मचारी कई दिनों से लिफ्ट खराब होने की बात कह रहे थे। लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।टाइम लाइन
-रात 7.40: बजे लिफ्ट की चेन टूटी।-रात 8.30: बजे एक रेस्क्यू टीम को अंदर भेजा।
-रात 9 बजे: डॉक्टरों टीम अंदर भेजी गई।
-रात 4 बजे: जयपुर से आई एसडीआरएफ की टीम अंदर गई।
-सुबह 7.10: तीन घायलों को बाहर निकाला गया।
-सुबह 9.11 बजे: पांच लोगों को बाहर निकाला।
-सुबह 10.10 बजे: दो लोगों को बाहर निकाला।
-सुबह 11.34 बजे: चार लोगों को बाहर निकाला।