इसी दौरान चिड़ावा कस्बे में लालचंद पेड़ेवाले की दुकान पर भी फायरिंग हो गई। मामले की जांच की जा रही थी तो सामने आया कि पेड़ेवाले की दुकान में फायरिंग की योजना में सूरजगढ़ थाना इलाके के कुशलपुरा निवासी 27 वर्षीय अशोक पहलवान उर्फ भिंडा पुत्र रामवीर उर्फ भगतजीत यादव शामिल है।
जो महपालवास गांव में हुई हत्या के मामले में भी वांछित था। पुलिस ने जब टीमें रवाना की पता चला कि अशोक पहलवान उर्फ भिंडा हरियाणा के बहादुरगढ़ के पास मांडोती के एक अखाड़े में फरारी काट रहा है।
पुलिस दबिश में पकड़ा
यह अखाड़ा हरियाणा पुलिस में हिस्ट्रीशीटर का है। यहीं पर अशोक पहलवान उर्फ भिंडा ना केवल फरारी काट रहा है। बल्कि महपालवास गांव में फायरिंग करने से पहले आरोपी अशोक पहलवान के पास से ही रवाना हुए थे। वहीं चिड़ावा में पेड़ेवाले की दुकान पर फायरिंग मामले में भी आरोपियों को अशोक पहलवान ने ही रवाना किया था। पुलिस ने दबिश देकर अशोक पहलवान को दस्तयाब किया और पूछताछ के बाद थाने में गिरफ्तार किया। 3 जनवरी तक रिमांड
आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया है। जहां से उसे तीन जनवरी तक रिमांड पर भेजा है। एएसपी फूलचंद मीणा ने बताया कि आरोपी शातिर बदमाश है। जिसके खिलाफ
चूरू जिले के सालासर तथा हरियाणा के बहादुरगढ़ में भी गंभीर धाराओं में मामले दर्ज है। वहीं सूरजगढ़ के महपालवास गांव में हत्या के मामले में वांछित था। आरोपी से और भी खुलासे संभव है।
पांच आरोपी पूर्व में हो चुके हैं गिरफ्तार
महपालवास गांव में हुई फायरिंग में भी पेड़ेवाले की दुकान पर हुई फायरिंग वाले आरोपी ही शामिल हैं। जिन्होंने क्षत्रीय गैंग बना रखी है। महपालवास हत्या मामले में पुलिस पूर्व में पांच जनों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिसमें बोलेरो चालक मोहित जाट, कुशलपुरा निवासी रिंकू सिंह, चिमा का बास निवासी दक्षित जाट, धींगड़िया निवासी सुमित राजपूत तथा चांदू सिंह की ढाणी तन जाखोद निवासी विकास खाती के नाम शामिल हैं।