बृजेंद्र ओला ने सुनाया ये किस्सा
सांसद बृजेंद्र ओला ने
झुंझुनूं में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यहां हाकिम साहब बैठे हैं, इनके लिए मैंने एक जाट का नाम कटवाया था…रात को 12 बजे मैंने सचिन पायलट को कहा था, उन्होंने सरदारजी जो हमारे पर्यवेक्षक थे उनको कहकर फतेहपुर से हाकिम अली का नाम लिखवाया था।
इस दौरान सांसद ओला ने कहा कि फतेहपुर में कहते थे कि अब शीशराम जी तो रहे नहीं और ये हाकिम है तो ये तो मंढी तक का नेता है। जानते हो मंढी कहां है फतेहपुर में…बाहर, जयपुर की रोड पर…मैंने कह दिया अगर इस हाकिम को टिकट नहीं दोगे तो मुझे नहीं चाहिए टिकट तुम्हारी…फिर मुझे इन लोगों को यहां बुलाना पड़ा।
आगे सांसद ने कहा उन्होंने भी कह दिया था कि यदि हाकिम अली को टिकट नहीं दोगे तो मैं भी नहीं टिकट नहीं लूंगा। उन्होंने कहा कि यदि नगमा बानो सभापति नहीं बनती और मैं सभापति नहीं बनाता तो उनके ससुर तैयब अली की बिल्डिंग कभी नहीं बनती। मुझे एक विधायक ने बता दिया था कि नगमा बानो को सस्पेंड करेंगे। इसलिए हम कोर्ट से स्टे लेकर आए।
झुंझुनूं में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला
गौरतलब है कि झुंझुनूं कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है, लेकिन इस बार हो रहे
उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने बीजेपी और कांग्रेस के समीकरणों को बिगाड़ कर रख दिया है। गुढ़ा एक तरफ तो मुस्लिम इलाकों में अच्छी खासी भीड़ जुटा पा रहे हैं, दूसरी और गुढ़ा राजपूत समुदाय से होने के कारण वे बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक में भी सेंध लगा रहे हैं। इससे इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है। यहां से बीजेपी ने राजेन्द्र भांबू और कांग्रेस ने अमित ओला को टिकट दिया है।
बता दें कि राजस्थान की सात सीटों झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ पर उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।