दुकानदार से हाथ जोड़कर माफी मांगी
फायरिंग के मुख्य आरोपी दीपेंद्रसिंह उर्फ दीपू चौराड़ी निवासी चौराड़ी अगुणी, प्रतीक सिंह राठौड़ उर्फ राजशाह उर्फ प्रिंस निवासी चक खरडिय़ा अंबिका कॉलोनी, डीडवाना, प्रदीप यादव उर्फ पहलवान निवासी सुलताना अहीरान और अमित उर्फ बंटी को कबूतरखाना बस स्टैंड से वारदात स्थल तक पैदल ले जाया गया। आखिर में आरोपियों को पेड़े की दुकान, जहां फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया गया, वहां ले जाया गया। यहां दुकानदार से हाथ जोड़कर माफी मांगी। इस दौरान दुकान के बाहर लोगों का हुजुम रहा। हार्डवेयर एंड इलेक्ट्रिक्लस एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र धनखड़ के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों का स्वागत किया गया। लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की। इस मौके पर कमलेश मालानी, नाहरसिंह राव, सचिन राहड़, बबलू सोनी, अनिल रामभरोसा, सुदेश चेजारा, प्रमोद भार्गव, संदीप शर्मा, सत्यनारायण, सुनील सिद्धड़, शुभम शर्मा, अजीत मुरादपुरिया, विकास पायल, सुनील पचार सहित अन्य मौजूद थे।
जयपुर में कार रैंटल के मालिक की हत्या की
पेड़ा व्यापारी की दुकान पर फायरिंग कर एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। आरोपियों के पास फरारी काटने के लिए पैसे नहीं थे। इसके लिए उन्होंने दुकान पर फायरिंग कर रंगदारी मांगी। वारदात का मुख्य आरोपी दीपू चौराड़ी तो विदेश भागने की फिराक में था। पकड़े गए बदमाशों का हार्डकोर अपराधी रोहित गोदारा की गैंग से भी सम्पर्क बताया जा रहा है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार बदमाशों ने चिड़ावा में रंगदारी मांगने के बाद जयपुर के एक व्यापारी को भी टारगेट कर रखा था। उससे भी रंगदारी की मांग की जाती। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। आरोपी दीपू चौराड़ी और प्रिंस डीडवाना के खिलाफ जयपुर में हत्या का मामला दर्ज है। जिसमें दोनों जमानत पर चल रहे थे। दीपू और प्रिंस ने जयपुर के करधनी इलाके में कार रैंटल के मालिक की हत्या की थी।