हंसराज के परिजनों को सूचना दी गई और घटना की जानकारी मिलते ही पूर्ण सिंह, उपसरपंच किशन सिंह और ढेवा की ढाणी के सरपंच महेंद्र सैनी घटनास्थल पर पहुंचे और गोठड़ा पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव के आसपास की स्थिति का जायजा लिया और आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई। शव को पोस्टमार्टम के लिए परसरामपुरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। घटनास्थल पर दिनभर लोगों की भीड़ रही।
मृतक के भाई रणजीत ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर बताया कि हंसराज दिन में मजदूरी करता था और शाम को शराब की दुकान पर सेल्समैन के तौर पर काम करता था। उसने बताया कि हंसराज रात लगभग 10 बजे फोन पर बात करते हुए घर से बाहर गया था, लेकिन वापस नहीं आया।
रणजीत का मानना है कि किसी ने उसके भाई की हत्या कर दी है। हंसराज की पत्नी ग्यारसी देवी ने बताया कि वह दिन में मजदूरी करता था और शाम को शराब की दुकान पर काम करने के बाद घर वापस आ जाता था। वह घर के बाहर एक बैठक में सोता था। रात को लगभग 8 बजे उसे खाना दिया गया, लेकिन बाद में वह 10 बजे के करीब फोन पर बात करते हुए बिना खाना खाए घर से बाहर चला गया। सुबह उसके शव की सूचना मिली।
परिवार में हंसराज अकेला कमाने वाला था। अब उसकी मौत से परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है। उसकी पत्नी, तीन छोटे बच्चे और एक बुजुर्ग मां को अब इस कठिन स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। हंसराज की मां गूली देवी और पत्नी ग्यारसी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक का तीन साल का बेटा बाबू पूछता है, ’’माँ, आप क्यों रो रही हो? मेरे पापा कहाँ गए?’’ यह दृश्य देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई।
मुआवजे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
हंसराज के शव को परसरामपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए जाने पर उसके परिजन पोस्टमार्टम से पहले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। वे मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की भी मांग कर रहे थे। अस्पताल के प्रभारी विजय वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए चिकित्सकों की एक टीम गठित की गई है, जिसमें डॉ. मनोज कुमार (परसरामपुरा) और डॉ. विकास सैनी (गोठड़ा) शामिल हैं। परिजनों से सहमति प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पताल में धरने पर बैठे परिजन
हंसराज कीर की हत्या के बाद परिजन शनिवार को अस्पताल में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। परिजनों का कहना है की जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब ना तो पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और ना ही शव लिया जाएगा।
मृतक का मोबाइल और पर्स गायब
हंसराज की पत्नी ग्यारसी देवी ने बताया कि रात 10 बजे उसके पति के पास फोन आया था और वह बाहर गया था, लेकिन सुबह जब उसका शव मिला तो उसके पास उसका मोबाइल और पर्स गायब था। यह गायब मोबाइल पुलिस के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है। गोठड़ा थानाधिकारी कमलेश सिंह ने कहा कि पुलिस टीम को जांच के लिए भेजा गया है, और जल्द ही मोबाइल की लोकेशन का पता लगाया जाएगा। पोस्टमार्टम पर परिजनों से सहमति लेने की कोशिशें जारी हैं।