राज्य परिवहन निगम ने झालावाड़ से भवानीमंडी, अकलेरा, पिडावा,मनोहरथाना, बकानी,झालरापाटन से कोटा, जयपुर, उदयपुर सहित विभिन्न मार्गों पर बसों की संख्या में कटौती कर दिए जाने के कारण यात्रियों को बस स्टैंड पर बसों के इंतजार में घंटों तक परेशान होना पड़ रहा है, इन मार्गों पर पहले यात्रियों को प्रत्येक 30 मिनट में बस उपलब्ध हो जाती थी जो अब दो-दो घंटे के इंतजार के बाद आती है। इससे इन मार्गों पर जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है और बसों के पहले से ही लबालब भरी हुई आने के कारण यहां से बैठने वाले यात्रियों को मजबूरन छत पर बैठकर असुरक्षित सफर तय करना पड़ रहा है।
यात्रियों का कहना है कि लंबे इंतजार के बाद तो उन्हें बस मिली है इसलिए अगली बस के आने का कोई भरोसा नहीं है। इसके साथ ही कई यात्रियों को बसो के अभाव में निजी वाहनों में असुरक्षित सफर तय करना पड़ रहा है। कई बार तो घंटों तक बस नहीं आने से यात्री अपने स्तर पर निजी साधन करके सफर तय कर रहे हैं जो उन्हें महंगा पड़ रहा है।
बाईपास पर ही उतार देते
- जयपुर,कोटा, जोधपुर की ओर से आने वाली बसें यात्रियों को झालावाड़ ही उतार देती है जिससे कई यात्रियों को वहां से अपने स्तर पर मुंह मांगे दामों पर साधन करके आना पड़ रहा है। इसी तरह उज्जैन इंदौर से आने वाली बसें भी बाईपास होकर निकल रही है जिससे यात्रियों को वहां से 2 किलोमीटर पैदल सफर तय कर आना पड़ रहा है। इससे महिला यात्रियों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।