जानकारी के अनुसार नरेगा मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम एनएमएमएस नाम से ऐप जारी किया गया है। इसमें मनरेगा कार्यस्थल पर मेट को कार्य शुरू होने और खत्म होने पर दो अलग-अलग फोटो के साथ उपस्थिति लगानी होती है। इस ऐप में उपस्थिति लगाने के बाद ही श्रमिकों को उनकी मजदूरी का भुगतान मिल पाता है। जिले में कई ग्राम पंचायतों में कार्यरत मेट की ओर से इस ऑनलाइन उपस्थिति में अनियमितता बरती जा रही है। इसके कारण एनएमएमएसऐप का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है।
अपलोड कर रहे ब्लर फोटो पंचायत समिति पिड़ावा मुख्यालय सुनेल की कई ग्राम पंचायतों में मेट द्वारा ऑनलाइन अपलोड किए फोटो साफ नहीं है। कई फोटो ब्लर है तो कई फोटो में कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा है। यहीं नहीं अधिकांश मेट केवल एक समय का फोटो ही अपलोड कर रहे हैं।
दो बार करना होता है फोटो अपलोड मनरेगा के तहत कार्य स्वीकृत होने पर मस्टररोल जारी किए जाते हैं। साथ ही मेट की नियुक्ति की जाती है। मेट की ओर से प्रतिदिन कार्य शुरु होने और शाम को कार्य समाप्त होने पर दो अलग-अलग फोटो लेकर ऐप में अपलोड करने होते है। इसी से श्रमिकों की उपस्थिति लगाई जाती है।
कैसे होगी जांच और पारदर्शिता मनरेगा के तहत फर्जीवाड़े को खत्म कर पूरी तरह से पारदर्शी बनाने के लिए एनएमएमएसऐप जारी किया गया है। जबकि कार्यस्थालों पर इस प्रकार फोटो अपलोड करने और श्रमिकों की उपस्थिति लगाने के बावजूद किसी भी तरह की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। जिम्मेदारों की ओर से पर्यवेक्षण को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
गड़बड़झाले की बानगी 1 – जिले की पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चछलाव में जंगल सफाई एवं पटरी मरम्मत कार्य पाटन सुनेलरोड़ की मस्टररोल पर बुधवार को 10 श्रमिकों की उपस्थित लगा रखी है और फोटो ब्लर ऑनलाइन अपलोड़ कर रखा है।
2 – ग्राम पंचायत मगीसपुर में ग्रेवल सम्पर्कसडक़ निर्माण कार्य सेतखेड़ी से श्यामपुरा तक की मस्टररोल पर बुधवार को 10 श्रमिकों की उपस्थित लगा रखी है और फोटो में 7 श्रमिक ही नजर आ रहे है।
3- पंचायत समिति झालरापाटन की ग्राम पंचायत गागरोन की तलाई गहरीकरण कार्य स्कूल के पास हरिपुरा की मस्टररोल पर बुधवार को 10 श्रमिकों की उपस्थित लगा रखी है और फोटो में खाली मैदान का अपलोड कर रखा है।
फैक्ट फाइल 100 दिन मिलता है मनरेगा में रोजगार 2 फोटो करने होते हैं ऐप पर अपलोड 8 पंचायत समितियां है जिले में 254 ग्राम पंचायतें है जिले में अभी मैं चेक करवाता हूं। अगर ऐसी अनियमितताएं पाई जाती है तो संबंधित कार्मिकों के विरुद्व नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- बी.एल. गुप्ता, अधिशासी अभियंता, मनरेगा जिला परिषद्झालावाड़