scriptनिजीकरण के विरोध में उतरे विद्युत कर्मचारी, कल कार्य बहिष्कार करेंगे | Patrika News
झालावाड़

निजीकरण के विरोध में उतरे विद्युत कर्मचारी, कल कार्य बहिष्कार करेंगे

झालावाड़. राजस्थान सरकार ने विद्युत निगम के सभी संस्थान उत्पादन, प्रसारण व वितरण को निजी हाथों में देने के फैसले से विद्युत कर्मचारी आक्रोशित हैं। झालावाड संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर शनिवार को खण्डिया पावर हाउस में सभी यूनियनों के पदाधिकारियों ने बैठक की। इसमें सर्वसहमति से निर्णय लिया कि राजस्थान संयुक्त संघर्ष समिति […]

झालावाड़Nov 23, 2024 / 11:38 pm

jagdish paraliya

  • झालावाड़. राजस्थान सरकार ने विद्युत निगम के सभी संस्थान उत्पादन, प्रसारण व वितरण को निजी हाथों में देने के फैसले से विद्युत कर्मचारी आक्रोशित हैं। झालावाड संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर शनिवार को खण्डिया पावर हाउस में सभी यूनियनों के पदाधिकारियों ने बैठक की।
झालावाड़. राजस्थान सरकार ने विद्युत निगम के सभी संस्थान उत्पादन, प्रसारण व वितरण को निजी हाथों में देने के फैसले से विद्युत कर्मचारी आक्रोशित हैं। झालावाड संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर शनिवार को खण्डिया पावर हाउस में सभी यूनियनों के पदाधिकारियों ने बैठक की। इसमें सर्वसहमति से निर्णय लिया कि राजस्थान संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर विरोध प्रदर्शन में जिले के सभी अधिकारी-कर्मचारी पूर्ण सहयोग करेेंगे। संयुक्त संघर्ष समिति झालावाड के महामंत्री असलम मिर्जा ने बताया कि निजीकरण के विरोध में प्रदेश में एक साथ सोमवार को कार्य बहिष्कार कर सभी उपखण्डों पर सहायक अभियन्ता के माध्यम से ऊर्जा सचिव, राजस्थान सरकार और उपखण्ड अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे। वहीं 29 नवंबर को जिले के अधिकारी-कर्मचारी खण्डिया पावर हाउस में एकत्रित होकर रैली निकालेंगे और जिला कलक्टर को ज्ञापन देंगे।
ज्वाइंट वेंचर के विरोध में थर्मल कर्मियों का धरना प्रदर्शन जारी

झालरापाटन.कालीसिंध सुपर थर्मल पावर परियोजना संयुक्त संघर्ष समिति ने थर्मल के निजीकरण के विरोध में शनिवार को 25 वें दिन भी अपना आंदोलन जारी रखा। थर्मल अधिकारी और कर्मचारी शनिवार सुबह थर्मल गेट पर एकत्र हुए। जिन्होंने ज्वाइंट वेंचर के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और जयपुर विद्युत उत्पादन निगम का पुतला और प्रतियां जलाई।
  • प्रदेश संयोजक आईआर चौधरी ने सरकार के इरादों को राष्ट्र के लिए घातक बताते हुए कहा कि वह इसका पुरजोर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार आश्वासन दे रही है कि निजीकरण की कोई प्रक्रिया नहीं चल रही है। ऐसे में थर्मल प्रशासन की नियत पर संदेह हो रहा है। यदि थर्मल की इकाइयों को बंद किया जाता है तो हजारों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे और देश को स्वच्छ ऊर्जा देने की कोशिशों को तगड़ा झटका लगेगा। उन्होंने कहा कि यदि थर्मल को निजी हाथों में सौंप दिया जाएगा तो प्राइवेट कंपनी बिजली की दरों को मनमर्जी के अनुसार बढ़ाएगी। प्रदेश संयोजक ने कहा कि नई स्थापित होने वाली यूनिटों का स्वामित्व राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम का ही रहे। पावर प्लांट में किसी भी तरह की ज्वाइंट वेंचर की भागीदारी का संघर्ष समिति घोर विरोध करती है और सरकार यदि मांगे पूरी नहीं करती है तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।

Hindi News / Jhalawar / निजीकरण के विरोध में उतरे विद्युत कर्मचारी, कल कार्य बहिष्कार करेंगे

ट्रेंडिंग वीडियो