इस कारण बढ़ रहे चर्म रोग के मरीज- शेषज्ञों का कहना है कि बारिश के पानी में नहाने के कारण स्किन एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कई बार बारिश के गड्ढ़ों आदि में पानी में बच्चे नहाते हैं। उसके कुछ समय बाद ही उन्हें खुजली की शिकायत हो जाती है। ऐसे मौसम में बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखने की जरुरत है। गंदा पानी स्किन इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
बरतें सावधानी- चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि बारिश के मौसम में पनपने वाली बैक्टीरिया संबंधी बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि स्वच्छ खानपान के साथ साफ-सुथरे कपड़े पहने व इसके साथ ही आद्र्रता बढऩे से शरीर को सूखा रखना जरूरी है। ऐसे में भीगने से बचें। किसी कारण से पानी में भीग गए हैं तो तत्काल शरीर को पोंछकर सूखे कपड़े पहने।
एक घंटे लाइन में लगना पड़ रहा- मैं चर्म रोग संबंधी परेशानी के लिए जनाना चिकित्सालय में दिखाने आया था, लेकिन एक घंटे से लाइन में लगे हुए है। रामेश्वर मरीज, जीरापुर।
इनका कहना है बारिश के मौसम में उमसभरी गर्मी से मरीज बढ़ जाते है, शरीर पर गीला कपड़ा कम से कम रखें, बारिश में रैन कोट साथ लेकर चले। बदला मौसम त्वचा संक्रमण बढ़ाने के लिए एक आदर्श वातावरण होता है। पानी खूब पीएं। जिस दिन बारिश नहीं होती है उस दिन धूप व हवा के साथ एलर्जी करने वाले कण होते हैं वह अच्छी खासी बीमारी पैदा करते हैं।इस मौसम में एक्जिमा, खाज, मुंहासे, घमौरियां, त्वचा पर चकत्ते, खुजली वाली त्वचा मरीज जैसे मरीज आ रहे हैं।
डॉ.अतुल विजय, चर्म रोग विशेषज्ञ, जनाना चिकित्सालय,झालावाड़।