पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी ने भेजा कानूनी नोटिस
राजद नेता ने कहा कि अगर कोई झूठ बोलेगा, गलत जानकारी देगा और किसी का चरित्र हनन करेगा तो दूसरा चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा, लोगों को सच बोलना चाहिए। झूठ की राजनीति, धोखाधड़ी, बदनामी की राजनीति, नकारात्मक राजनीति, यह सब नहीं करनी चाहिए। कहा जा रहा है कि मैंने सैलरी घोटाला किया है। हम उन्हें लीगल नोटिस क्यों नहीं भेजेंगे। अगर कोई जवाब नहीं आएगा तो हम उनके खिलाफ अदालत जाएंगे। तेजस्वी यादव ने RSS और JDU पर लगाए गंभीर आरोप
आरएसएस भी बीजेपी के इस बयान का समर्थन करता है कि ‘अगर बंटेंगे तो कट जाएंगे’। इस संबंध में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि एक बात समझ लीजिए, बीजेपी इन दिनों आरएसएस और जेडीयू का चोला ओढ़े हुए है। जनता दल यूनाइटेड बीजेपी-आरएसएस के रंग में आ गया है। जो लोग दंगा कराना चाहते हैं, जो लोग देश को बांटना चाहते हैं, जो लोग समाज में जहर फैलाने का काम करते हैं, जो लोग संविधान के खिलाफ हैं, जो लोग आरक्षण के खिलाफ हैं, वे चाहते हैं कि दोनों समुदायों के बीच किसी भी तरह की लड़ाई हो। हम कहते हैं कि मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, कार्रवाई पर चर्चा होनी चाहिए। गरीबी पर चर्चा होनी चाहिए, बेरोजगारी पर चर्चा होनी चाहिए, पलायन पर चर्चा होनी चाहिए। शिक्षा, चिकित्सा पर चर्चा होनी चाहिए। लेकिन बीजेपी वाले सिर्फ नफरत की भाषा और मंदिर, मस्जिद, हिंदू, मुस्लिम, पाकिस्तान, कश्मीर जैसे जहरीले मुद्दे लेकर आते हैं। ये कोई मुद्दे नहीं है, ये लोग इस पर पूरी तरह से बहस करना चाहते हैं।
गिरिराज सिंह पर भी बोला हमला
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी आगे कहा, गिरिराज सिंह कपड़ा मंत्री हैं। मुझे बताएं कि बिहार को टेक्सटाइल पार्क क्यों नहीं दिया गया। इसका क्या जवाब है? पहले जाकर पूछिए, वह 10 साल तक मंत्री रहे हैं। आपने बिहार के लिए क्या किया? आपने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज क्यों नहीं दिया? आप यहां लोगों को लड़ाने आते हैं? लोग चुप नहीं बैठेंगे। गिरिराज सिंह या उनके जैसी सोच वाले लोग नफरत फैलाएंगे। अगर ये लोग बिहार में शांति लाने की कोशिश करेंगे तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।
तेजस्वी से दस्तावेज दिखाकर मांगा था जवाब
दरअसल, नीरज कुमार ने तेजस्वी पर वेतन घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने तेजस्वी को नोटिस भेजकर कहा था कि जब तेजस्वी विधायक और विपक्ष के नेता होते हैं तो उनकी आय कम हो जाती है। और जब वे सिर्फ विधायक होते हैं तो उनकी आय बढ़ जाती है। उन्होंने तेजस्वी से दस्तावेज दिखाकर जवाब भी मांगा था और चुनौती दी थी कि अगर उनके आंकड़े गलत हैं तो वे उनके खिलाफ केस दर्ज करें।