थानाधिकारी विष्णु सिंह ने बताया कि मृतक के छोटे भाई नरेन्द्र सिंह सोनगरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया कि भतीजी आदित्य कुंवर मंगलवार सुबह 6 बजे उसके पिता शिवराज सिंह सोनगरा (32) को जगाने गई। इस दौरान शिवराज सिंह कमरे में खून से लथपथ पड़ा था। हाथ में हीटर के तार बंधे थे। इसको देख बेटी आदित्य चिल्लाई तो परिजन कमरे में पहुंचे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
झालावाड़ पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर सुनेल चिकित्सालय लाई।
भतीजी आदित्य कुंवर ने परिजनों को बताया कि पिता शिवराज को रात में उसकी मां किरण कुुंवर ने खाना खिलाया। इसके बाद दूध देकर आदित्य का छोटा भाई मंयक सिंह और वह सब एक साथ एक ही कमरे में सो गए। इसके बाद रात्रि को आदित्य उठी तो उसने देखा की कमरे में खून के छींटे पड़े हुए थे और मां कमरे में पोंछा लगा रही थी। मंगलवार सुबह उसने कमरे में पिता को नहीं देखा तो मां से पूछा। इसके बाद समीप के कमरे में देखा तो पिता संदिग्ध अवस्था में पड़े मिले। उनके हाथ में हीटर का तार लपटा हुआ था। वहीं उनके सिर पर धारदार हथियार की दो जगह गंभीर चोट थी। आशंका है कि पहले उनको करंट लगाया, उसके बाद धारदार हथियार से हमला किया और सिर में गंभीर चोट लगने से उनकी मौत हो गई।
घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए
परिजनों और मृतक के भाई नरेन्द्र ने पत्नी किरण और गांव के ही सुंदरलाल राजपूत पर हत्या की आशंका जताई। घटनास्थल का एमआईयू टीम द्वारा मौका पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। इधर
झालावाड़ पुलिस ने मृतक शिवराज सिंह का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।