पहले 300 किमी चलती थी बसें रोडवेज से मिली जानकारी के अनुसार पहले रोडवेज की बसें निर्धारित रूटों पर 300 से 350 किलोमीटर तक ही चलती थी। कभी इससे भी कम चल पाती थी। लेकिन,अब मुख्यालय ने आदेश जारी कर हर बस को कम से कम चार सौ किमी प्रतिदिन चलाने के निर्देश दिए है। ऐसे में नए नियम के अनुसार अब पूरे समय बस चलने से कई नए रूट पर भी रोडवेज बस चलानी होगी तब जाकर तय किलोमीटर पूरे हो पाएंगे। वहीं नए रूट पर भी रोडवेज बसे चलने के बाद कई ग्रामीणों को भी रोडवेज की सुविधा मुहैया हो पाएगी।
डिपो में ये हो रही परेशानी राजस्थान के झालावाड़ रोडवेज डिपो में बसों की कमी होने व चरिचालकों की कमी होने से तय किलोमीटर पूरे नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में डिपो स्तर पर बसों को जयपुर, भिलवाड़ा अदि नए रूट पर चलाया जा रहा है। जिले से गत दिनों स्टाफ की कमी की वजह से 18 शिड्यूल दूसरे डिपो में ट्रांसफर कर दिए गए है। डिपो में इस समय 52 ही परिचालक उपलब्ध है। जबकि 4 सस्पेंड चल रहे है, वहीं 5 बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं। ऐसे में झालावाड़ डिपो में 37 नए परिचालक की जरुरत है।
रोडवेज प्रशासन ने निगम को घाटे से उबारने के लिए चालक-परिचालकों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। चालकों को चार सौ किमी बस चलानी होगी। बस में बिना टिकट के दो यात्री मिलने पर परिचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी। दो से अधिक यात्री बे-टिकट मिलने पर परिचालक को निलंबित कर दिया जाएगा। इसी तरह बस सारथी योजना में कार्यरत परिचालक को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। साथ ही जमा अमानत राशि भी जब्त कर ली जाएगी।
फैक्ट फाइल जिले में प्रतिदिन बसे चल रही- 18000 किलो मीटर डिपो में कुल बस- 31 रोडवेज की,20 अनुबंधित कुल राजस्व प्राप्त 7 लाख रुपए प्रतिदिन डिपो में बड़ी बसों को प्रतिदिन 400 किलो मीटर चलाना होगा।
डिपो में छोटी बसों को 250 किलोमीटर चलानी होगी। पहले 45 हजार, अब़ 18 हजार ही चल रही झालावाड़ डिपो में बसें पहले 45 हजार किलोमीटर तक का सफर तय कर लेती थी पर अब 51 बसों का शिड्यूल होने से 18 हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय नहीं हो पा रहा है। हालत यह है कि आगार में 37 से अधिक परिचालकों की कमी हैं। आगार स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। इसके चलते तय किलोमीटर भी पूरे नहीं हो पा रहे है, ऐसे में कई बार तो चालकों को भी अवकाश नहीं मिल पा रहा है।
रोडवेज मुख्यालय की ओर से प्रतिदिन रोडवेज बसो को 400 किलोमीटर प्रतिदिन चलाने के निर्देश मिले हैं। इसकी पालना करने के लिए सभी चालक-परिचालकों को बोल दिया है। परिचालकों की कमी होने से परेशानी तो आती है। बस में दो से अधिक यात्री बेटिकट पाए गए तो निलंबित किया जाएगा।
प्रतीक मीणा, मुख्य प्रबंधक, राजस्थान रोडवेज डिपो