अमेठी के जगदीशपुर कोतवाली इलाके के रहने वाले ब्रह्मपाल सिंह की बेटी सीमा सिंह उर्फ गुड़िया इलाहाबाद में रहकर पढ़ाई कर रही थी। ग्रामीणों की मानें तो वसूली के खेल में मुन्ना बजरंगी के संपर्क में सीमा के कुछ भाई भी थे। इसी बीच सीमा पर मुन्ना बजरंगी की नजर पड़ गई। दोनों में धीरे-धीरे इश्क हो गया। सीमा के परिवार के करीबी बताते हैं कि अपनी उम्र से 11 साल की छोटी सीमा से मुन्ना ने शादी के लिए कह डाला।
मुन्ना अपराधी जरूर था लेकिन उसका आपराधिक कद सीमा को भा गया था। सीमा ने अपने घर वालों से जैसे इस अपने प्यार की बात कही नाम सुनते ही परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। परिवार वालों ने सीमा को मुन्ना से दूर हो जाने की सलाह दे डाली। इस बात से नाराज मुन्ना परिवार वालों से साफ कह दिया कि वो सीमा से ही शादी रचायेगा। काफी जद्दोजहद के बाद परिवार वाले इस रिश्ते के लिए राजी हो गये।
सीमा ने उम्र की परवाह किये बगैर मुन्ना से शादी का फैसला कर लिया। हरिद्दार में दोनों की शादी बीस साल पहले हुई। लेकिन ससुराल होने का बाद भी मुन्ना अपने सालों को भी वसूली के लिए नहीं बख्शता था। उन पर वसूली करने का दबाव बनाता था। सीमा के एक भाई पुष्पजीत की लखनऊ में गोली मारकर हत्य़ा भी कर दी गई थी। इतना ही नहीं इस वसूली के खेल में मुन्ना और सीमा के परिवार के रिश्तों खटास आअ गई थी। सीमा चार के चारों भाई उसे जान से भी ज्यादा प्यार करते थे।
सीमा और बच्चों के साथ रहना चाहता था मुन्ना करीबी बताते हैं कि काफी समय पहले से ही मुन्ना अपनी पत्नी सीमा और बच्चों के साथ रहना चाहता था। लेकिन अपराध की दुनियां में वो इस तरह से जकड़ चुका था कि उसका अरमान पूरा नहीं हो सका। सीमा को भरोसा था कि वो वक्त भी आयेगा जब मुन्ना कई मामलों से बरी होकर अपनी दुनिय़ां में जी सकेगा। लेकिन मुन्ना ने जो बीज बोये थे उसका अंत उसी तरह हुआ।