रंगदारी और अपहरण मामले में न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजे गए धनंजय सिंह के पिता पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने जिले के पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जौनपुर के एसपी मंत्री के हाथों की कठपुतली बन गए हैं। मंत्री जितना कह रहे हैं एसपी उतना ही कर रहे हैं। प्रोजेक्ट मैनेजर से जबरन तहरीर पर हस्ताक्षर लिए गए हैं। इसके बाद साजिश के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। वादी प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंहल ने वकील के जरिए कोर्ट में और पुलिस के आला अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया है कि उसने मानसिक तनाव में केस दर्ज कराया, लेकिन इसके बाद भी पुलिस मानने को तैयार नहीं है।
दुखी है परिवार
पूर्व विधायक राजदेव सिंह का कहना है कि बेटे धनंजय सिंह के अचानक जेल जाने से पूरा परिवार दुखी है। किसी को समझ नहीं आ रहा कि ऐसा कैसे हो गया। बेटे से मिलने जेल नहीं जाना चाह रहा हूँ। उनको जेल में देखने की मेरी हिम्मत नहीं है।
पुलिस ने जारी किया बयान
पूर्व सांसद धनंजय सिंह के मामले में सोमवार को एएसपी सिटी डॉ संजय कुमार बयान जारी कर चुके हैं कि अभिनव सिंहल का कोई भी पत्र विभाग को नहीं मिला है। पुलिस के पास ऐसे कई सबूत हैं जो धनंजय सिंह के खिलाफ हैं। अपहरण संबंधित सीसीटीवी फुटेज से लेकर अभिनव सिंहल द्वारा अपने एक दोस्त को भेजा गया मैसेज भी पुलिस के पास है।
ये है पूरा मामला
नगर के पचहटिया में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बना रही कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मुज़फ्फरनगर निवासी अभिनव सिंहल की तहरीर पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह व विक्रम सिंह के खिलाफ लाइन बाजार थाने में 10 मई को मामला दर्ज हुआ था। उसी रात पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके सहयोगी विक्रम सिंह को पुलिस ने शहर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया था। अगले दिन कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था। कोर्ट में पूर्व सांसद की जमानत अर्जी पर 20 मई को सुनवाई होनी है।
By Javed Ahmad