यह घटना 11 नवम्बर के शाम लगभग 6:30 बजे मृतक ठीरू राम नागवंशी उम्र 38 साल अपने गांव बटईकेला के खेत तरफ से झाडू में इस्तेमाल करने की घांस को अपने साइकल के पीछे तरफ ढ़ोकर आ रहा था। इसी दौरान केंवटीनडाड़ के पीएमजीएसवाई के पास आम रास्ता में पहुंचने पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके मुंह पर नुकीली वस्तु से वार कर उसकी
हत्या कर दी थी। मृतक के भाई हीरू राम नागवंशी उम्र 35 साल की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध थाना कांसाबेल में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
प्रकरण में पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी द्वारा उप पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत एवं थाना प्रभारी कांसाबेल के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए टीम में साइबर सेल को भी सम्मिलित किया गया। पुलिस की पूछताछ में बलसाय पैंकरा ने उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया। जिसके बाद आरोपी बलसाय पैंकरा के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाए जाने पर उसे 14 नवम्बर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
आरोपी के सीतापुर थाना क्षेत्र में होने की मुखबिर से मिली थी सूचना
प्रकरण की विवेचना दौरान ज्ञात हुआ कि मृतक ठीरू राम नागवंशी के परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने से लगभग 2 साल पूर्व मृतक की पत्नी और आरोपी बलसाय पैंकरा दोनों रायगढ़ में ज्यादा मजदूरी मिलेगा कहकर वहां काम करने गए थे। मृतक की पत्नी को मजदूरी का पैसा आज तक नहीं मिला है, मजदूरी में मिले पूरे पैसे को बलसाय पैंकरा अपने पास रख लिया था। इस बात को लेकर ठीरू राम नागवंशी एवं बलसाय पैंकरा के बीच विवाद होता रहता था। लगभग 5 माह पूर्व भी दोनों के मध्य मजदूरी के पैसों को लेकर विवाद था एवं इसको लेकर प्रार्थी हीरू राम नागवंशी तथा ठीरू राम नागवंशी दोनों मिलकर बलसाय पैंकरा को मारपीट किए थे। इस कारण अपमानित होने पर बलसाय पैंकरा विवाद रखता था एवं कहता था कि, जिस दिन मौका मिलेगा दोनों भाईयों को मार डालूंगा। पुलिस टीम द्वारा इसी आधार पर प्रकरण के संदेही बलसाय पैंकरा की तलाश की जा रही थी, जो अपने घर से फरार था। इसी दौरान मुखबिर से बलसाय पैंकरा के ग्राम केरजू थाना सीतापुर क्षेत्र में जाने की सूचना मिली। पुलिस टीम द्वारा उसका पीछा करने पर वह वहां से कहीं भाग गया। आरोपी बलसाय पैंकरा को बीती रात्रि 3 बजे पूंजीपथरा ईलाके के एक घर से अभिरक्षा में लिया जाकर वापस थाना लाया गया।