पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह को मनोरा क्षेत्र के जागरूक ग्रामीणों से शनिवार की रात लगभग 11:00 बजे सूचना मिली कि, ग्राम ग्राम खरसोता की ओर से दो व्यक्ति लगभग 13 मवेशियों को मारते-पीटते हुए तेजी से डड़गांव होते हुए झारखंड की ओर ले जा रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा तत्काल चौकी मनोरा से एक टीम गठित कर तत्काल आगामी कार्यवाही हेतु रवाना किया गया।
पुलिस टीम द्वारा ग्राम खरसोता के पास मौके पर जाकर घेराबंदी करने के दौरान अज्ञात
गौ-तस्कर पुलिस को देखकर अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग गए। प्रकरण की विवेचना एवं गौ.वंश को जप्त करने में चौकी मनोरा से प्र आर कृपा सिंधु तिग्गा, एडवर्ड जेस तिर्की, आर रोशन पैंकरा एवं खिभराम राम का योगदान रहा है।
गौवंश तस्करी में 36 प्रकरणों में 43 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में जनवरी 2024 से अब तक गौ-तस्करों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर कुल 36 प्रकरणों में 43 आरोपियों को गिरफ्तार कर 431 गौवंशों को तस्करी होने से बचाया गया। गौ तस्कर तस्करी करने में पीकअप वाहन और ट्रक का प्रयोग करते है। इस दौरान लगातार पुलिस कार्रवाई में तस्करों से कुल 26 वाहन को जब्त किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 2 से 2.5 करोड़ रुपये है। जब्त किये गए वाहनों में अधिकतर वाहन झारखंड के हैं।
बता दें कि 6 नवंबर को पुलिस ने रातभर कड़ी मेहनत कर पीकअप वाहन से 11 नग मवेशी को तस्करी होने से बताया एवं थाना तुमला ने भी ओड़िसा की ओर 2 नग गौ-तस्करी कर रहे आरोपी ध्रुर्वा यादव को गिरफ्तार किया।