सूचना पर पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। साथ ही एफएसएल की टीम की भी मदद ली गई। कोतवाली पुलिस द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कही जा रही है।
हालांकि सीसीटीवी में 6 नकाबपोश दिख रहे हैं। साथ ही बड़ी वाली दान पेटी को दो से तीन चोर उठाकर बाहर ले जा रहे हैं। एफएसएल टीम की भी मदद ली जा रही है। मंदिर में चोरी की खबर लगते ही ग्रामीणों की भीड़ लग गई। उनमें चोरी को लेकर आक्रोश भी देखा गया। हालांकि पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है।
पत्थर गैंग ने चोरी का है संदेह
चोरों का पुलिस से पूरी तरह से खौफ खत्म हो गया। साथ ही पिछले दो सालों से जिले में पत्थर गैंग सक्रिय है। ये बदमाश चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसके बाद निशानी के तौर पर पत्थर को छोड़कर चले जाते हैं। इसके पहले भी शहर सहित आसपास क्षेत्रों में कई चोरी की घटना हुई है। जिसमें इस पत्थर गैंग का हाथ रहा है। लेकिन पुलिस इस पत्थर गैंग तक आज तक नहीं पहुंच सकी है। मनका दाई मंदिर में भी इसी पत्थर गैंग हाथ होने की संभावना है, क्योंकि यहां भी निशानी के तौर पर पत्थर छोड़ा गया है।
अज्ञात चोरों ने मंदिर परिसर में आराम से चोरी की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद थोड़ी दूर नहर किनारे पहुंचे। जहां सभी दानपेटी से पैसा निकाला गया। रुपए को लेकर चलते बने। वहीं चिल्हर को नहर किनारे में ही छोड़ दिया। साथ ही सभी दानपेटी को नहर में बहा दिए हैं।
मनका दाई मंदिर में चोरी की घटना पहली बार नहीं हुई है, बल्कि इससे पहले चार बार पहले भी चोरी की घटनाएं हो चुकी है। पांच साल पहले यहां बड़ी चोरी हुई थी। जिसमें अज्ञात चोरों ने सोने के जेवर सहित लाखों का माल पार किया था। इसके अलावा तीन बार पहले भी चोरी हो चुकी है।