Girl students protest: छात्राएं उतरीं सडक़ पर, किया चक्काजाम, बोलीं- स्कूल में रसायन और संस्कृत के शिक्षक हीं नहीं, कैसे पढ़े?
Girl students protest: गल्र्स स्कूल में शिक्षकों की मांग को लेकर छात्राएं ने एक घंटे तक किया चक्काजाम, तहसीलदार व बीईओं के आश्वासन के बाद चक्काजाम किया समाप्त
बाराद्वार. Girl students protest: सक्ती जिले के कन्या हाईस्कूल बाराद्वार में शिक्षकों की कमी को लेकर शुक्रवार की सुबह 11 बजे छात्राएं रेलवे स्टेशन जाने वाली सडक़ पर उतर (Girl student protest) गईं। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सडक़ जाम कर दिया। सूचना पर तहसीलदार, थाना प्रभारी, नपं उपाध्यक्ष समझाइश देने पहुंचे, लेकिन धरने पर बैठीं छात्राएं अपनी मांगों पर अडिग रहीं। छात्राओं का कहना था कि स्कूल में कई शिक्षकों की कमी हैं, इससे पढ़ाई प्रभावित होती है। इसकी जानकारी तहसीलदार द्वारा बीईओ को फोन पर दी गई। तहसीलदार द्वारा मंगलवार तक 2 शिक्षक ज्वाइन करने का आश्वासन दिए जाने के बाद छात्राओं ने चक्काजाम समाप्त किया।
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की मांग को लेकर शुक्रवार को सडक़ पर उतर गईं। मेन रोड को जाम कर (Girl students protest) दिया गया। विद्यालय के पीछे चौराहे पर चक्काजाम से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सोसायटी रोड, धर्मशाला मोहल्ला की ओर आने-जाने वालों को रास्ता बदलकर आगे बढऩा पड़ा।
11 बजे शुरू हुआ छात्राओं का आंदोलन करीब 1 घंटे 12 बजे तक चला। छात्राओं का कहना था कि विद्यालय में लंबे समय से रसायन शास्त्र, संस्कृत एवं व्यावसायिक विषय के शिक्षकों की कमी है। इसके कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए करीब 3 वर्ष पहले भी छात्राओं ने आंदोलन किया था।
उस समय अस्थायी व्यवस्था बनाई गई थी। स्थायी रूप से शिक्षकों के पद नहीं भरने से फिर से पद खाली पड़े हैं। वर्ष 2022 अक्टूबर से प्राचार्य का पद भी प्रभारी के भरोसे है। इस वजह से स्कूल में अनुशासन की कमी एवं पढ़ाई पर इसका असर देखने को मिल रहा है।
चक्काजाम की सूचना मिलते ही तहसीलदार विद्याभूषण साव, नपं उपाध्यक्ष विजय सूर्यवंशी एवं थाना प्रभारी राजेश खलखो पहुंचे। अधिकारियों के आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित किया गया। तब तक दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी।
स्कूल में 500 विद्यार्थी, लेकिन 2 विषयों के शिक्षक ही नहीं
छात्राओं ने बताया कि स्कूल में स्टूडेंट्स की दर्ज संख्या 500 से ज्यादा है। ऐसे में शिक्षकों की कमी और पुराना सेटअप होने से मौजूदा टीचिंग स्टॉफ पर पढ़ाई का बोझ ज्यादा बना हुआ है। इसलिए रिक्त पदों की पूर्ति के साथ नया सेटअप भी जरूरी है। तब कहीं जाकर बच्चों की पढ़ाई ट्रेक पर आ पाएगी।
बीईओ सक्ती केपी राठौर ने बताया कि हाईस्कूल बाराद्वार में शिक्षकों की कमी जानकारी नहीं थी। जानकारी होने के बाद रसायन शास्त्र व संस्कृत के 2 शिक्षक मंगलवार तक पहुंच जाएंगे।
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