ताजा मामला जांजगीर केरा रोड में बन रही नाली निर्माण का है। गौरव ग्राम सेमरा से ग्राम केरा तक सड़क के दोनों और नाली का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता का जरा भी ध्यान नहीं रखा गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नाली निर्माण में बन रहे नाली में नाम मात्र का सीमेंट लगाया जा रहा है। ग्राम सेमरा के नागरिक हरी साहू ने बताया कि उनके दुकान के सामने से नाली का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें रेत गिट्टी की मात्रा अधिक है। सीमेंट नाम मात्र मिलाया जा रहा है। निर्माण कार्य में लगे मजदूर मिस्त्रियों को बोलने पर उन्होंने कहा कि जिससे जो शिकायत करना है कर दो हमारा ठेकेदार बहुत बड़ा आदमी है वह सब अधिकारियों को मैनेज कर लेगा।
अगर नाली निर्माण में इस तरह घटिया सामग्री का उपयोग किया जाता है तो आने वाले बरसात के दिनों में भी नाली की चलने की संभावना नहीं है। सरकार द्वारा सरकारी तंत्र का उपयोग कर नाली निर्माण में नाली निर्माण का एस्टीमेट तैयार किया गया है। इंजीनियरों द्वारा प्राकलन तैयार कर लेआउट दिया गया है। नाली निर्माण का काम शुरू किया गया था उसके बाद चंद मुंशियों लेबरों के भरोसे काम का निर्माण जोरों से चल रहा है। जिसमें काम कर रहे मजदूरों के द्वारा गुणवत्ता को दरकिनार कर मनमानी पूर्वक कम करने का आरोप है।
गुणवत्ता का अभाव तिलेश्वर केवट ने बताया कि नाली निर्माण में गुणवत्ता का अभाव है। जिस मानक में सरिया का इस्तेमाल किया जाना चाहिए उस हिसाब से सरिया का इस्तेमाल नहीं किया गया है। अगर इस तरह का नाली निर्माण किया गया तो नाली बनते ही उसमें दरारे आना चालू हो गई। जो भ्रष्टाचार की ओर इंगित कर रहा है।
मनमानी कहीं ग्रामीणों पर न पड़ जाए भारी ग्राम सेमरा के गोरे लाल साहू ने बताया कि नाली निर्माण में कार्यरत मजदूर कार्य स्थल पर मौजूद मुंशी द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य कराया जा रहा है। जिसमें गुणवत्ता का ध्यान जरा भी नहीं रखा गया है। आने वाले दिनों में वह तो नाली बनाकर चले जाएंगे, लेकिन इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ेगा।
मुख्य मार्ग पर भ्रष्टाचार हरीराम यादव ने बताया कि मुख्य मार्ग में चल रहे विकास कार्य पर खुलकर मनमानी कर रहे हैं तो ग्रामीण अंचल के भीतरी इलाके में किस कदर भ्रष्टाचार करते होंगे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी जांच करने उच्चाधिकारियों से मांग की जा रही है।
सब इंजीनयर को कार्यस्थल में जाने के लिए बोला गया है। वहां जाकर गुणवत्ता को ध्यान में रखकर काम कराया जाएगा।
– सीएस बनाफर, एसडीओ पामगढ़