ऐसे में कम पड़ रहे 6 लाख रुपए की पूर्ति के लिए स्वयं ही खुद के अपहरण की साजिश रची। घटनाक्रम को उसने खुद ही 17 जून को अंजाम देते हुए खुद के अपहरण का मैसेज पिता रतनलाल को किया और 6 लाख रुपए की मांग की। इन चार दिनों में राजेंद्र सिरोही, हरजी, बालोतरा, पचपदरा, सांडेराव, रानी व सादड़ी घूमता रहा। इस बीच पुलिस ने मुस्तैदी से कार्यवाही करते हुए राजेंद्र को गुरुवार शाम को सादड़ी-रणकपुर के पास से मोटरसाइकिल सहित दस्तयाब किया। पुलिस की कुल 10 टीमें इस मामले के खुलासे में जुटी। पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया पर इस तरह के मामले पढ़कर और देखकर राजेंद्र ने इस साजिश को खुद ही अंजाम दिया, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से पकड़ा गया।
परिवारजनों पर भी थी पुलिस की नजरें
पूरे मामले में तैनात जाब्ते के अलावा सादे कपड़ों में भी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। घर के आस पास लेडी स्टाफ की निगरानी थी। पुलिस द्वारा राजेन्द्र के परिवारजनों व पत्नी पर रखी निगरानी रखी गई। राजेन्द्र मालवीय को दस्तयाब करने के बाद पूछताछ की गई, जिसके बाद राजेन्द्र को गलत सूचना देकर गुमराह करने, अज्ञात व्यक्तियों द्वारा स्वयं का अपहरण किया जाकर 6 लाख रुपए की मांग किए जाने की झूठी सूचना देकर पुलिस का समय बर्बाद करने के मामले में गिरफ्तार किया गया और न्यायालय में पेश किया गया। जहां से एक दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा गया।
इधर, पिता से 5 हजार रुपए ठगी
इस मामले में पुलिस स्टाफ बनकर और राजेंद्र के पिता को एफआईआर मोबाइल पर पढ़कर बयां करने के साथ 5 हजार रुपए ऐंठने का प्रकरण भी घटित हुआ। मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए आरोपी ने राजेंद्र के पिता से डिजिटल माध्यम से 5 हजार रुपए ऐंठ लिए। जिसकी जांच भी पुलिस कर रही है। एसपी ज्ञानचंद्र ने बताया कि वर्तमान में इस तरह की ठगी का चल भी हुआ है, जिससे बचने की जरुरत है।